भाजपा की तीसरी सूची में दागी व दलबदलुओं की भरमार

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बाबू सिंह कुशवाहा विवाद के बीच भाजपा ने चुनाव के लिए 77 प्रत्याशियों की तीसरी सूची जारी कर दी है। तीसरी सूची भी दलबदलुओं और दागियों की छाया से बच नहीं पाई है। बुधवार को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अनंत कुमार ने इन प्रत्याशियों की दिल्ली में घोषणा की। भाजपा ने नोट लेकर सवाल पूछने के आरोपी पूर्व सांसद छत्रपाल सिंह को बुलंदशहर की अनूपशहर से, तो शिष्या के आरोपों को लेकर पिछले दिनों चर्चा में आए स्वामी साक्षी महराज भोगांव से उम्मीदवार बना दिए गए हैं। बुरे वक्त में भाजपा को छोड़कर पिछले दिनों लौटे कई को टिकट मिला है। मैनपुरी से विधायक अशोक चौहान को पार्टी में वापस लेने के बावजूद उनका टिकट काट दिया गया है। पार्टी के विधायक अशोक कंसल को मुजफ्फरनगर और उदयभान करवरिया को इलाहाबाद उत्तरी से प्रत्याशी बनाया गया है। आज घोषित प्रत्याशियों को मिलाकर पार्टी ने प्रदेश की 403 सीटों में से 301 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। अभी 102 सीटों की घोषणा बाकी है।

 

तीसरी सूची में 19 ब्राह्मण, 14 ठाकुर, 14 दलित 25 पिछड़ों को टिकट दिया गया है। इनमें नौ महिलाएं भी शामिल हैं। किसी मेयर को विधान सभा चुनाव न लड़ाने की पूर्व में की गई घोषणा के विपरीत पार्टी ने अलीगढ़ के महापौर आशुतोष वार्ष्णेय को भी चुनाव मैदान में उतारा है। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व एमएलसी स्वतंत्र देव सिंह कालपी से चुनाव मैदान में उतारे गए हैं। इसी तरह कई जिलों के कुछ अन्य पदाधिकारियों को भी चुनाव मैदान में उतारा गया है। सहारनपुर के जिलाध्यक्ष चौधरी राजपाल सिंह गंगोह और महामंत्री कुलवीर सिंह सहारनपुर से उम्मीदवार बना दिए गए हैं। कई नेताओं के खास टिकट पा गए हैं। उमा भारती के निकटस्थ विवेकशील शुक्ल कानपुर की किदवई नगर सीट से उम्मीदवार बनाए गए हैं, परंतु वह अपने दूसरे निकटस्थ सहयोगी व भारतीय जन शक्ति के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष बाबू राम निषाद को टिकट नहीं दिला सकी हैं। निषाद हमीरपुर से टिकट के दावेदार थे। उनकी जगह हमीरपुर में साध्वी निरंजन ज्योति को टिकट मिला है। निरंजन ज्योति पहले भी इसी सीट से चुनाव लड़ चुकी है। विवेक शील शुक्ल को जिस सीट से उम्मीदवार बनाया गया है, उसी सीट से पार्टी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यदेव पचौरी व पार्टी के वरिष्ठ नेता हनुमान मिश्र भी टिकट मांग रहे थे। पचौरी को गोविंदनगर और हनुमान मिश्र को सीसामऊ से उम्मीदवार बनाकर संतुष्ट किया गया है। चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय को चित्रकूट से उम्मीदवार बनाया गया है।

 

 

नोट के बदले वोट मामले में आरोपी पूर्व सांसद छत्रपाल सिंह अनूपशहर से और अपनी शिष्या के उत्पीड़न में आरोपी स्वामी सच्चिदानंद हरि साक्षी महराज भोगांव से प्रत्याशी बनाए गए हैं। माना जा रहा है कि दोनों को कल्याण सिंह की काट के लिए टिकट दिया गया है। साक्षी महराज ने भी कल्याण के साथ ही पार्टी को छोड़ दिया था। वह कुछ महीने पहले ही भाजपा में लौटे हैं। थोड़े दिन पहले भाजपा में आने वाले लोकदल के पूर्व विधायक समरपाल सिंह शिवाल खास से टिकट पाने में कामयाब रहे हैं। पार्टी को छोड़कर बसपा में चले गए जगदीश मिश्र उर्फ बाल्टी बाबा को भी पार्टी ने कुशीनगर से उम्मीदवार बनाया है। इसी तरह पार्टी में वापस आए अजय पोइया मथुरा की बल्देव, सपा से आए अनिल यादव करहल से उम्मीदवार बनाए गए हैं। पार्टी में वापस लौटे पार्टी के दिवंगत प्रमुख नेता रुद्रसेन चौधरी के पुत्र पंकज चौधरी को मटेरा से उम्मीदवार बनाया गया है। कुछ दिन पहले ही भाजपा में आने वाले राजेश रावत लखनऊ की मलिहाबाद, रश्मि सिंह अमेठी, शशिबाला पुंडीर देवबंद, नरेन्द्र सिंह मैनपुरी सीट के टिकट पाने में कामयाब रहे हैं।