कानून व्यवस्था तक ही सीमित रहेगी यूपी पुलिस!

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फर्रुखाबाद : शासन व पुलिस महकमे के कई अधिकारियों पर सत्तापक्ष के लिए काम करने का आरोप लगने के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार भी यूपी पुलिस को कानून व्यवस्था देखने तक ही सीमित कर दिया जाएगा। मतदान केंद्र अर्धसैनिक बलों के हवाले रहेंगे। रणनीतिक दृष्टि से देखें, तो पिछली बार भी विधानसभा चुनाव सात चरणों में संपन्न कराया गया था। इस दफे एक करोड़ 39 लाख नए मतदाता भी हैं।

उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के चुनाव के लिए साल 2007 के विधानसभा चुनाव में 11 करोड़ 45 लाख मतदाता थे। पिछले चुनाव में एक लाख दस हजार मतदान केंद्रों पर एक लाख 70 हजार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के जरिए मतदान कराया गया। 657 कंपनी अ‌र्द्धसैनिक बल तैनात रहा। इसके अलावा 60 हजार सशस्त्र जवान तमिलनाडू, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश आदि राज्यों से बुलाए गए। सबसे दिलचस्प था कि यूपी पुलिस व पीएसी मतदान केंद्रों के बाहर केवल कानून-व्यवस्था को संभाल रही थी। अकेले इलाहाबाद में 163 कंपनी अ‌र्द्धसैनिक बल तैनात किया गया। संवेदनशील जिले गाजीपुर में 88 कंपनी अ‌र्द्धसैनिक बल तैनात रहा। खास बात यह कि उस समय चुनाव लड़ने वाले हर तीसरे प्रत्याशी पर मुकदमा दर्ज था। 120 दलों ने यूपी में चुनाव लड़ा। इनमें 250 के करीब दागियों ने मैदान में भाग्य आजमाया।