नई दिल्ली : लोकपाल बिल का ड्राफ्ट अभी तक संसद के सामने भी नहीं आया और राजनेताओ ने विरोध भी आरंभ कर दिया है। लोकपाल के विरोध में बुधवार को लोकसभा में मुलायम सिंह यादव और लालू प्रसाद यादव सबसे ज्यादा मुखर नज़र आये| दोनों ही नेताओ ने इसके अंतर्गत किये गए प्रावधानों का विरोध किया है।
आप को बता दें संसद में लोकपाल को लेकर बहस चल रही थी जिसमे सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अपना विरोध दर्ज करते हुए कहा, ‘क्या सरकार सिर्फ एक आदमी के दबाव में कानून बनाएगी? यह कानून बन गया तो दरोगा बहुत ताकतवर हो जाएगा। एसपी, डीएम, दरोगा जब चाहेंगे तब किसी भी नेता को जेल में बंद कर देंगे। हम ऐसे कानून का विरोध करते हैं। अगर लोकपाल प्रधानमंत्री के अधीन काम करे तो हमें आपत्ति नहीं है।’
दूसरी ओर एक और नेता लालू प्रसाद यादव ने भी मुलायम सिंह यादव की हाँ में हाँ मिलाते हुए कहा कि लोकपाल को इतनी ताकत देना सही नहीं है। यही नहीं जब उपसभापति ने लालू यादव को बैठने के लिए कहा तब क्या था लालू आपे से बाहर हो गए और बोला कि इतने अहम कानून पर आप मुझे बैठने के लिए कह रहे हैं। मुझे यह कानून मंजूर नहीं है। आपकी सरकार है तो आप जो कहेंगे वही हो जाएगा? आप देश को गड्ढे में डालना चाहते हैं?
तो आप ने देखा देश के नेता इस कानून से कितना डरे हुए हैं शायद ये उनके दिल में दबा डर है जो आह बन कर सामने आया है | वहीँ जो कुछ लालू ने किया वो कहीं से भी संसदिये आचरण जैसा नहीं लगा |
फ़िलहाल हम इतना जानते हैं कि नेता इतना कुछ कर चुके हैं की उनको इस बात का डर है की जीवन के इस दौर में यदि फजीहत हुई तो फिर उसकी भरपाई नहीं हो सकती |