फर्रुखाबाद: नकलचियों के लिये बुरी खबार है। नकल के आधार पर अच्छे अंक पाकर पढ़ाकू छात्रों के हक पर डाका डालने वालों को इस बार परिषदीय शिक्षकों की भर्ती में तगड़ा झटका लगा है। शासन की ओर से गुरुवार को प्रकाशित विज्ञापन में स्पष्ट कर दिया गया है कि प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती टीईटी की मेरिट के आधार पर किया जायेगा।
विदित है कि प्रदेश में शिक्षामाफिया से नकल माफिया बन चुकी लाबी के दबाव में माध्यमिक शिक्षा परिषद लाख दावों के बावजूद नकल विहीन परीक्षा कराने में सफल नहीं हो पाती है। जिसके चलते नकली छा़त्र बिना योग्यता के ही काफी अच्छे अंक पा जाते हैं, वहीं पढ़ाकू व मेधावी छात्र इनसे पीछे रह जाते हैं। शासन ने इस बार मेधावी छात्रों के हितों की रक्षा के लिये यूपी टीईटी की परीक्षा की मेरिट को ही चयन का आधार मान लिया है। जाहिर है इससे अच्छे व योग्य अभ्यर्थियों को सेवा में आने का अवसर मिल सकेगा। टीईटी में समान अंक होने पर अधिक आयु के अभ्यर्थी को वरीयता दी जायेगी।