प्राथमिक में 45.59%, उच्च प्राथमिक में 40.37 % पास
प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक बनने की उम्मीद में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) देने वालों में से 56.85 प्रतिशत के सपने परीक्षा परिणाम आने के बाद चकनाचूर हो गये हैं। प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के 72,825 पदों पर 31 दिसंबर तक भर्ती होनी है। इसकी प्रक्रिया अगले सप्ताह प्रारंभ हो जाएगी। शिक्षकों के रिक्त पदों की जो स्थिति है, उसे देखते हुए टीईटी पास करने वालों को बड़े शहरों में टीचर बनने का सपना छोड़ना पड़ेगा।
माध्यमिक शिक्षा परिषद ने शुक्रवार शाम को शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का रिजल्ट जारी कर दिया। प्राथमिक स्तर की परीक्षा में 45.59 और उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में 40.37 प्रतिशत अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं। प्राथमिक स्तर पर 150 में 140 अंक लेने वाले तीन परीक्षार्थी टॉपर रहे हैं। इसी तरह उच्च प्राथमिक स्तर पर 150 में 129 अंक लेकर तीन अभ्यर्थियों ने टॉप किया है।
प्राथमिक स्तर की परीक्षा में कुल 594053 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इनमें से 270806 उत्तीर्ण हुए हैं। परीक्षा पास करने वालों की तादाद 45.59 फीसदी रही। इसी तरह उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में कुल 519665 अभ्यर्थी शामिल हुए हैं। इनमें से 209789 उत्तीर्ण हुए हैं। उत्तीर्ण प्रतिशत 40.37 प्रतिशत रहा।
टीईटी क्लीफाई करने वालों के लिए शिक्षक बनने का मौका शीघ्र मिलने वाला है। शासन ने शिक्षकों की बंपर भरती के लिए शेड्यूल तय कर लिया है। एक-दो दिन में इसका विज्ञापन जारी करने की तैयारी है। एनसीटीई ने 31 दिसंबर 2011 तक विशिष्ट बीटीसी से 72825 पद भरने की मंजूरी दे रखी है। भरती के लिए तैयार की गई व्यवस्था के अनुसार प्रत्येक अभ्यर्थी को तीन जिलों में आवेदन का मौका मिलेगा। आवेदक के लिए पांच साल से यूपी का निवासी होना जरूरी है। शिक्षक भरती के आवेदन के लिए आयु सीमा 40 वर्ष निर्धारित की गई है। अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को आयु में पांच साल की छूट मिलेगी। विकलांगों को 15 वर्ष की छूट मिल सकती है।
प्राइमरी में अध्यापक के लिए छोटी जगहों पर आवेदन करना होगा। लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, कानपुर में केवल 12-12 पद हैं। इसके विपरीत लखीमपुर में छह हजार, सीतापुर में छह हजार, गोंडा में चार हजार, बहराइच में 3600, कुशीनगर में 3600, हरदोई में तीन हजार पदों पर भर्ती होगी।