फर्रुखाबाद: कोतवाली फतेहगढ़ के अंतर्गत नेकपुर पुल के ठीक नीचे दो पक्ष आपस में इस तरीके से भिड़ गए कि कोई समझ ही नहीं पाया कि आखिर यह लोग जानवरों की तरह क्यों लड़ रहे हैं| जब तक लोग समझ पाते तब तक दोनों पक्षों में जूता-चप्पल, लात-घूंसे व लाठी-डंडों की बरसात होने लगी|
शाम ढलते ही नेकपुर पुल के निकट काफी अन्धेरा हो जाता है व टैक्सियों के अतिक्रमण से रोड जाम होने की भी नौवत आ जाती है| कुछ लोग टैक्सी का इंतजार कर रहे थे तो कुछ लोग सिगिरेट से धुएं के छल्ले निकाल रहे थे| तभी अचानक मारो-मारो नहीं छोड़ेंगें….@#@#@ की आवाज से भगदड़ मच गयी कौन किसे मार रहा है बता क्या है यह किसी को नहीं पता| कोई हाँथ में चप्पल लिए तो कोई हाँथ में बांस पकडे तो कोई कहे तमंचा लेकर आ सा…@#@# को नहीं छोड़ेंगे|
काफी देर तक चले इस महाभारत में पुरुष ही नहीं महिलायें भी हाँथ में लाठी-डंडा लिए मोर्चे पर डटी थीं| घटना में पिटे साहिल बैंड के कारिंदे राधे के पुत्र ने बताया कि वह नेकपुर का निवासी है अचानक कुछ लोग आ गए जिन्होंने मारपीट चालू कर दी| दबंगों ने मुझे व मेरे भाई व मेरा माँ को बुरी तरह से पीट दिया| घायल युवक ने बताया कि कुछ दिन पहले हम लोग दिल्ली काम करने गए थे जहां पर टाउन हाल निवासी मंजेश, बिरुआ व पुतिया भी थे| जिनके साथ हम लोगों का विवाद हो गया था|
उक्त लोगों ने मुझे जान से मारने की धमकी दी| वहां से तो हम लोग चले आये लेकिन यह लोग हमेशा घात लगाए रहते थे| शाम करीब ६ बजे इन्ही लोगों से एक बार मारपीट हो चुकी थी| जिसका बदला लेने के चक्कर में इन लोगों ने घेरकर हमारे साथ मारपीट कर दी व फरार हो गए|