फर्रुखाबाद:मुख्य चिकित्साधिकारी के आदेश पर मंगलवार को सिकत्तरबाग स्थित आध्यात्मिक ईश्वरीय विश्वविद्यालय की सात किशोरियों व महिलाओं का चिकित्सीय परीक्षण कराया गया है।
ज्ञात हो कि नगर के मोहल्ला सिकत्तर बाग स्थित आध्यात्मिक ईश्वरीय विश्वविद्यालय में रविवार को पुलिस के छापे के दौरान तहखानों में नाबालिग किशोरियां, महिलाये व कुछ युवक मिले थे| जिन्हें काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने आश्रम से बहार निकाला था|
मंगलवार को सीएमओ के आदेश पर लोहिया अस्पताल में आश्रम से आयी लाल जी की ३२ वर्षीय पुत्री हर्षा बहिन, गौरी शंकर की ४० वर्षीय पत्नी सरोज माता, दत्ता त्रिया कि २८ वर्षीय पुत्री रोहिणी, इतवारी लाल तिल्लानी कि पुत्री मनीषा बहिन, नंजप्पा कि ३२ वर्षीय पुत्री वेदावती, राम मनोहर के ४८ वर्षीय पुत्र शिव शंकर कुशवाह, फुल्नो यादव के २४ वर्षीय पुत्र विनय व स्व. मुकेंद्र कि १० वर्षीय पुत्री मृणाल का आश्रम के अमोल कुमार ने देर शाम लोहिया अस्पताल में चिकित्सीय परिक्षण कराया|
बाबा वीरेंद्र देव के वकील ए.के. शर्मा एड़वोकेट ने बताया कि पुलिस द्वारा अवैधानिक रूप से बिना किसी सर्च वारंट व केस डायरी और संबंधित किशोरी का बयान दर्ज किये बिना आश्रम पर छापा मारा। पुलिस जबरन गेट का ताला तोड़कर आश्रम के भीतर घुसी। जोकि नितांत असंवैधानिक है। उन्होंने बताया कि छापे के दौरान आश्रम में रह रहे पुरुषों, महिलाओं व किशोरियों के साथ मारपीट की गयी। उनहोंने बतया कि इन लोगों ने अपनी चोटों का मेडिकल परीक्षण कराया है। पुलिस के विरुद्ध कानूनी कार्रवई पर विचार किया जा रहा है।