डीएम साहब मदद करो- अवैध वसूली के चक्कर में अभी तक नहीं मिले प्रवेश पत्र

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फर्रुखाबाद: भ्रष्टाचार का गैंग बड़ा ही मजबूत है| कानपुर यूनिवर्सिटी की कल से होने वाली बीएड की वार्षिक परीक्षा कल होनी है और छात्र छात्राएं एक दिन पहले तक प्रवेश पत्र के लिए भटक रहे है| अवैध वसूली के लिए कुख्यात इस कारोबार में कॉलेज प्रबंधन और यूनिवर्सिटी की मिलीभगत लगती है क्यूंकि इन परीक्षाओं के प्रवेश पत्र उच्च शिक्षा सचिव अवनीश कुमार के वाइस चांसलर से कहने के बाबजूद यूनिवर्सिटी की वेबसाईट पर उपलब्ध नहीं कराये गए| और अंत वही हुआ जिसका डर था प्रवेश पत्र कॉलेज को बाटने को दे दिए गए| कॉलेज प्रबन्धन ने पोल खुलने के डर से परीक्षा से एक दिन पहले प्रवेश पत्र कॉलेज से बाटे और जो अवैध वसूली की फीस नहीं दे पाए वे अभी तक प्रवेश पत्र से वंचित रहे| जाहिर है मजबूरी में परीक्षा से ठीक पहले कहीं से भी छात्र पैसे का इंतजाम करेगा, प्रवेश पत्र लेगा और सरकार और उसकी व्यवस्था को कोसने के अलावा कुछ नहीं कर सकेगा|

जिले में बीएड शिक्षा के चार कॉलेज बाबु सिंह यादव, डॉ अनार सिंह यादव और उनके परिवार के प्रभुत्व वाले है, दो विजय सिंह यादव के प्रभुत्व वाले और एक महाराजा हरिश्चंद्र कॉलेज है जिसमे कोई राहुल काम काज देखते है एक कॉलेज कमालगंज में आर पी डिग्री कॉलेज है| जेएनआई को एक गरीब श्रेणी की छात्रा ने बताया कि उसका प्रवेश जीरो फीस वाली श्रेणी में हुआ था| मगर कॉलेज प्रबंधन ने न केवल 20000 रुपये वसूल लिए बल्कि जबरन ये भी लिखवाया कि उससे कोई अतिरिक्त फीस नहीं ली गयी| वही छात्रा आज जब कॉलेज में प्रवेश पत्र लेने गयी तो उससे वाकी के तीस हजार रुपये मांगे गए| उस छात्रा और उसकी सहेली ने बताया कि उसके जैसे कई पीड़ित छात्र है जिन्हें नक़ल और मौखिक परीक्षा व् प्रक्टिकल में अच्छे नंबर का सब्ज बाग़ भी दिखाया जा रहा है| मगर गरीब बच्चे इतनी फीस कहाँ से लाये| छात्रो के भविष्य को देखते हुए अभी हम उसके नाम का खुलासा नहीं कर रहे है किन्तु जरुरत पड़ी तो परीक्षा के बाद ऐसी कई छात्र छात्राएं खुल कर बोलने को तैयार हैं|

इन बच्चो की उम्मीद अब केवल जिलाधिकारी फर्रुखाबाद पर लगी है कि वे किसी प्रकार इनकी मदद कर दे|