फर्रुखाबाद: केंद्र सरकार की ओर से शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू कर दिये जाने व प्रदेश शासन द्वारा इसे आंगीकार कर लिये जाने के क्रम में सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत अब परिषदीय विद्यालयों के संचालन के लिये स्कूल प्रबंधन समिति के गठन के निर्देश दिये गये हैं। इस 15 सदस्यीय समिति में से 11 वह ग्रामीण सदस्य होंगे जिनके बच्चे संबंधित विद्यालय में अध्यनरत हैं। समिति में 50 प्रतिशत महिलायें अवश्य रखी जायेंगी।
बेसिक शिक्षा निदेशक की ओर से जारी शासनादेश में कहा गया है कि प्रत्येक विद्यालय के संचालन के लिये 15 सदस्यीय समिति का चयन किया जायेगा। इस समिति में 11 सदस्य छात्रों के अभिवावक व 4 अन्य सदस्य होंगे। चार अन्य सदस्यों में एक ग्राम प्रधान या नगर क्षेत्र में वार्ड सभासद होगा। दूसरा सदस्य संबंधित विद्यालय का प्रधानाचार्य होगा जो कि पदेन सदस्य सचिव होगा। एक सदस्य के तौर पर संबंधित क्षेत्रीय एएनएम व एक सदस्य संबंधित क्षेत्रीय लेखपाल को रखा जायेगा।
विद्यालय प्रबंध समिति में समिति में कम से कम 50 प्रतिशत महिलाओँ को रखना अनिवार्य होगा। सदस्यों में कम से कम एक एक सदस्य अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग व कमजोर वर्ग के अभिभावक को अवश्य रखा जायेगा। विद्यालय प्रबंध समिति के अभिभावक सदस्यों का चयन खुली बैठक के दौरान किया जायेगा। चयन के दौरान ध्यान रखा जायेगा कि कम से कम प्रत्येक कक्षा के छात्रों के अभिभावक समिति मे सम्मिलित हों। इसके लिये पहले प्रत्येक कक्षा के लिये एक एक अभिभावक का चयन किया जायेगा, तत्पश्चात शेष अभिभावक सदस्यों का चयन किया जायेगा।
विद्यालय प्रबंध समिति के एक अध्यक्ष व एक उपाध्यक्ष का चयन किया जायेगा। समिति की न्यूनत प्रतिमाह एक बैठक अवश्य होगी। इस बैठक का बाकायदा कार्यवृत रखा जायेगा। समिति विकास, निर्माण व अन्य दैनिका कार्यों के अनुश्रवण के अतिरिक्त स्कूल में अध्यापकों की नियमित उपस्थिति, छात्र नामांकन व शैक्षकि गुणवत्ता पर भी नजर रखेंगे। यह समिति विद्यालय के वार्षकि आय व्यय का भी आडिट करेगी। विद्यालय के छात्रों के लिये आने वाली नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकों, बस्तों, यूनिफार्म, साइकिलें व सिलाई मशीन आदि के वितरण व क्रय पर भी नजर रखेगी।
शिक्षा निदेशक ने इन विद्यालय प्रबंध समितियों के गठन के लिये 31 जुलाई तक का समय दिया है। तदपश्चात डायट द्वारा समितियों का प्रशिक्षण 30 सितंबर तक पूर्ण कर लिया जायेगा। इससे पूर्व 15 जुलाई तक प्रशिक्षण हेतु रिसोर्स पर्सन्स का चयन कर प्रशिक्षण पूर्ण कर लिया जाना है।