करोड़ों का चूना लगाकर एक और सर्वे कंपनी AVISO PACIFIC फरार

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फर्रुखाबाद : ऑनलाइन सर्वे के नाम पर निवेशकों लोगों की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रुपये ठगकर एक और एविसो पैसिफकि कंपनी फरार हो गयी है। कंपनी निवेशकों से 3100 रुपये जमा कराने के बाद उन्हें आठ माह तक प्रतिमाह दो हजार रुपये देने का दावा किया था, परंतु भुगतान न होने पर निवेशकों ने जब लखनऊ पुलिस से शिकायत की तब इस मामले का राजफाश हुआ। पुलिस ने धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

भेलूपुर, वाराणसी निवासी रविशंकर तिवारी ने लखनऊ पुलिस को बताया कि उनके दोस्त अनिल जायसवाल व अन्य परिचितों ने दो माह पूर्व गणेशगंज स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के ऊपरी हिस्से में संचालित हो रही एविसो (एवीआइएसओ) सर्वे कंपनी में 96 हजार रुपये का निवेश किया था। बाद में कंपनी के अधिकारियों के कहने पर उनके परिचित बाराबंकी निवासी डॉ.सतीश चंद्र वैश्य सहित अन्य लोगों ने 10 लाख रुपयों का निवेश किया। रविशंकर के मुताबिक वह अनिल के साथ 22 जून को कंपनी के कार्यालय आए थे और अपने रुपयों का तकादा किया लेकिन वहां मौजूद कंपनी के मालिक अनिल द्विवेदी, महाप्रबंधक विजय कृष्ण सिंह, आलोक तिवारी व तीन-चार अन्य लोगों ने गाली गलौच कर भगा दिया। रविवार को रविशंकर, अनिल व कुछ अन्य लोग फिर कंपनी के कार्यालय पहुंचे लेकिन इस बार मालिक अनिल द्विवेदी वहां नहीं मिले। विजय कृष्ण व आलोक सहित अन्य लोगों ने उन्हें धमकी देकर वहां से भगा दिया तब रविशंकर ने मामले की शिकायत लखनऊ पुलिस से की। निवेशकों का आरोप है कि कंपनी ने वादे के मुताबिक अब तक उन्हें एक भी रुपये वापस नहीं किए। इंस्पेक्टर अजीत सिंह चौहान ने बताया कि रविशंकर की ओर से धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर विजय कृष्ण व कंपनी के मालिक के रिश्तेदार आलोक तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। फरार मालिक अनिल द्विवेदी की तलाश की जा रही है। कंपनी के कार्यालय से मिले दस्तावेजों के आधार पर जांच की जा रही है। कंपनी ऑनलाइन सर्वे करवाने का झांसा देकर लोगों से निवेश कराकर उन्हें ठग रही थी।

लैपटाप का झांसा देकर बढ़ाई निवेशकों की संख्या

विदित है कि इससे पूर्व एक अन्य ऑनलाइन सर्वे कंपनी जीबी एशिया भी फरार हो चुकी है। इसी तरह एविसो के मालिकों ने भी निवेशकों को अतिरिक्त लाभ व उपहार देने का झांसा देकर निवेशकों के जरिए अन्य लोगों से भी रुपये ऐंठे। इंस्पेक्टर के अनुसार कंपनी ने निवेशकों को 50 व उससे अधिक लोगों को जोड़ने पर आकर्षक योजनाओं का प्रलोभन दिया था। गत शुक्रवार को ही कंपनी ने 100 से अधिक लोगों को जोड़ने वाले निवेशकों को लैपटॉप व कमीशन वितरित किया था। पुलिस के मुताबिक एविसो कंपनी की शुरुआत 5 अप्रैल को हुई थी। पूछताछ में महाप्रबंधक विजय कृष्ण ने बताया कि कंपनी अब तक साढ़े तीन लाख सदस्य बना चुकी थी। इस हिसाब से कंपनी निवेशकों से करीब पौने दो करोड़ रुपये ऐंठ चुकी थी। हालांकि पुलिस का कहना है कि अभी कंपनी के कुल निवेशकों की संख्या स्पष्ट नहीं है। इसकी छानबीन की जा रही है।