रामगंगा में उफान से दो दर्जन गाँवो पर बाढ़ का संकट

FARRUKHABAD NEWS POLICE

फर्रुखाबाद:(अमृतपुर संवाददाता ) राम गंगा में बाढ़ का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा हैl जिससे लगभग दो दर्जन गाँबों में बाढ़ का खतरा बढ गया हैl सुबह गंगा नदी में 30986 क्यूसेक पानी छोड़ा गयाl जिससे गंगा का जलस्तर 135.35 पहुंच गयाl रामगंगा में सुबह 5205 क्यूसेक पानी छोड़ा गया जिससे रामगंगा का जल स्तर 137.5 हो गया है तथा लगातार छोड़े जा रहे पानी के कारण रामगंगा नदी ने अपना प्रकोप दिखा दियाl जिसकी चपेट में दो दर्जन से अधिक गांव आ गए हैं l गांवों की फसले बाढ़ के पानी में भर गई जिससे भारी नुकसान हुआ तथा अमैयापुर पुलिया के ऊपर 3 फीट से अधिक पानी तीव्र गति से वह रहा है जिससे ग्रामीणों को रास्ता पार करने के लिए तहसील प्रशासन के द्वारा नाव की व्यवस्था कराई गई , लेकिन लेखपाल की नाकामी के चलते बाढ़ पीड़ितों को फूटी नाव दे दी गई जिसमें पानी भर रहा है तथा नाविक का कोई पता नहीं है, कभी भी हादसा हो सकता हैl उप जिलाधिकारी अतुल कुमार ने बताया था जिस क्षेत्र में बाढ़ का पानी आएगा बाढ़ शरणालय तथा बाढ़ चौकियां अलर्ट कर दी जाएगीl लेकिन ऐसा जमीनी हकीकत पर नहीं हुआ l बाढ़ चौकी जूनियर हाई स्कूल अमैयापुर, प्राथमिक विद्यालय रतनपुर पमारान, प्राथमिक पाठशाला कोलासोता, प्राथमिक पाठशाला पिथनापुर बाढ़ चौकिया पर जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी, वह ड्यूटी से नदारद मिले तथा चौकियों पर ताला लटकता हुआ नजर आयाl बाढ़ शरणालय अमर ज्योति इंटर कॉलेज गनुया गलारपुर भी बाढ़ पीड़ितों को चिढ़ाता नजर आयाl वहीं गुलरिया भावन गांव में बाढ़ का पानी भर गया जिसमें पहुंचे पीएचसी प्रभारी डॉ सुधीर परमार के द्वारा 147 मरीजों को दवा वितरण कीl बुखार, खाज, खुजली जैसी बीमारियां पनप रही हैंl अपर जिलाधिकारी के निर्देश पर ग्राम प्रधान अनिल कुशवाहा के द्वारा गांव में मिट्टी की बोरियां भर कर लगवाई गई l जिससे गांव में पानी न घुस सकेl ग्रामीणों ने बताया कि किसी जानवर का टीकाकरण नहीं हुआl अपर जिला अधिकारी के निर्देश पर अमैयापुर पुलिया के ऊपर बाढ़ राहत दल के 10 जवान तैनात कर दिये गए, जो बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहे हैंl पीएचसी अमृतपुर प्रभारी डॉक्टर गौरव राजपूत ने गंगा नदी से घिरे फखरपुर गांव में पहुंचकर 79 मरीज को दवा वितरण की नायब तहसीलदार ने बाढ़ से गिरे गांव में जाकर निरीक्षण किया अभिभावकों से अपील की है कि बच्चे घर से न निकलने दें।