पीएम आवास योजना और अफसरों की मनोदशा !

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(अमृतपुर संवाददाता) पीएम मोदी पूरे देश के हर जरूरत मंद को पक्का मकान उपलब्ध करा रहें हैं| उनका यह ड्रीम प्रोजेक्ट भी है| लेकिन यहाँ यह समाचार में लगी तस्वीर बताती है कि गाँव की आपसी खीचतान और अधिकारियों की मनमानी के चलते गरीब को योजना के बाद भी किस हाल में रहना पड़ रहा है| मामला जानकारी में तब आया जब गरीब के कच्चे मकान की दीवार गिर गयी| जिससे उसका परिवार काल के गाल में जानें से बाल-बाल बच गया| अधिकारियों से जब इस बाबत जबाब माँगा गया तो कागजी बाजीगरी में माहिर अफसर अपने बचाव के कई रास्ते निकाल लाये और अब आवास उपलब्ध करानें की बात कर रहे हैं|

दरअसल तहसील अमृतपुर के ग्राम हरसिंहपुर गहलवार निवासी ललित कुमार उर्फ लालू वाल्मीकि का गाँव में मिट्टी का बना कच्चा मकान आज भी है| बरसात के चलते उसके घर की कच्ची दीवार भरभरा कर गिर गयी| जब जेएनआई टीम मौके पर पंहुची और जो तस्वीर सामने आयी वह जिम्मेदारों पर सबाल खड़े करनें के लिए काफी है| यदि दीवार परिवार के सदस्यों पर गिर जाती तो जिम्मेदारी कौन लेता? लालू वाल्मीकि की पत्नी रीना नें जेएनआई को बताया कि कई बार उच्च अधिकारियों से गुहार लगायी इसके बाद भी मुझे प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं दिया गया| जिससे वह काफी आहत है| मकान गिरनें के भय से रात-रात भर बच्चो की सुरक्षा को लेकर सो नही पाती| सबाल यह खड़ा होता है कि कई वर्षो से जब परिवार पीएम आवास की गुहार लगा रहा था तो अभी तक मिला क्यों नही?
क्या बोले जिम्मेदार
ग्राम विकास अधिकारी (सचिव) नौशाद अली नें बताया कि कच्ची दीवार गिरी है| प्रस्ताव आवास के लिए दिया जाएगा| खंड विकास अधिकारी कौशल कुमार गुप्ता के द्वारा बताया कि सचिव से जांच कर कर पीएम आवास की व्यवस्था करायी जायेगी|