फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) टीबी कंट्रोल इंपलाइज वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले कर्मचारियों की विभिन्न लंबित मांगों को लेकर दूसरे दिन भी उत्तर प्रदेश टीबी कंट्रोल एम्प्लॉय वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले टीबी संविदा कर्मियों ने काली पट्टी बांधकर सांकेतिक विरोध किया|
गत वर्षों में कई संविदा कर्मियों की दुर्घटना आदि में आकस्मिक मृत्यु हो गई है या अपंग हो गए हैं। ऐसे में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत सभी संविदा कर्मियों के लिए पांच वर्षों से लंबित सामूहिक बीमा योजना को अविलंब लागू किया जाए।
संविदा कर्मियों को पंडित दीन दयाल उपाध्याय कर्मचारी कैशलेस बीमा योजना का लाभ दिया जाए। कार्यक्रम के तहत 23 वर्षों से कार्यरत लैब टेक्नीशियन, डाटा एन्ट्री ऑपरेटर, टीबीएचवी एवं ड्राइवर का मूल वेतन नवीन राष्ट्रीय कार्यक्रमों जैसे मेन्टल हैल्थ, ब्लड बैंक, एनसीडी के कर्मचारियों के लिए स्वीकृत मूल वेतन से भी कम है। मूल वेतन का पुन: निर्धारण किए जाने तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
संविदा कर्मचारियों को क्षेत्रीय भ्रमण के लिए दिए जा रहे पीओएल की धनराशि को वेतन में जोड़कर दी जाए। वरिष्ठता के दृष्टिगत 10 से 15 एवं 20 वर्ष की नौकरी पूर्ण कर चुके कर्मचारियों को लॉयल्टी बोनस दिए जाने का प्रावधान किया जाए। ज्ञापन में कहा गया है ज्ञापन में कहा गया है कि मांगें पूरी न होने पर एक सितंबर से 28 सितबंर तक संविदा कर्मचारी निक्षय पोर्टल पर कोई भी डाटा अपलोड नहीं करेंगे। जिलाध्यक्ष नरेंद्र मिश्रा नें बताया कि एसोसिएशन द्वारा लिखित रूप में राज्य टीबी अधिकारी, एमडी एनएचएम, प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य मंत्री व मुख्यमंत्री को दी गई थीं, लेकिन मांगें पूरी नहीं हुई। जिस कारण आंदोलन शुरू किया गया है।