फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) कोतवाली फतेहगढ़ के ग्राम सराह में दोहरे हत्याकांड के बाद आखिर चौकी इंचार्ज और सिपाही पर निलंबन की गाज गिरी है| एसपी मामले को लेकर गंभीर हैं |
दरअसल सराह में बीते 23 जुलाई को 70 वर्षीय ब्रजनंन्दन शुक्ला व उनके 23 वर्षीय पुत्र त्रिपुरारी शुक्ला, 24 वर्षीय चन्दन शुक्ला के साथ मारपीट कर फायरिंग की गयी| जिसमे ब्रजनंन्दन शुक्ला व उनके पुत्र चन्दन की हालत नाजुक थी| ब्रजनंन्दन शुक्ला की घटना के दिन ही उपचार के दौरान हो गयी थी| जबकि उनके पुत्र चन्दन की हालत नाजुक होंने पर उसे रिफर कर दिया गया था| उसका कानपुर में इलाज चल रहा था लिहाजा बीते दिन चन्दन ने भी अंतिम सांस ली|
पिता की मौत के बाद 6 दिन बाद जबान पुत्र की मौत हो जानें का गम परिजनों के ऊपर कहर बनकर गिरा है| चन्दन की मौत की खबर के बाद पुलिस अधीक्षक विकास मार नें कार्यवाही करते हुए पूरे मामले में लापरवाही का दोषी पाते हुए सरह चौकी इंचार्ज जितेन्द्र सिंह व कांस्टेबल जयवेन्द्र सिंह चौहान को देर रात लाइन हाजिर कर दिया| लेकिन बड़ा सबाल है कि यदि चौकी इंचार्ज और उनकी टीम नें लापरवाही ना की होती तो एक ही आंगन से दो लाशें नही उठती| क्या इस तरह के लापरवाह पुलिस कर्मियों के लिए केबल निलंबन की कार्यवाही पर्याप्त सजा है| कुछ दिन में फिर बहाल होंगे और किसी नई तैनाती पर तैनात कर दिये जायेंगे| लेकिन मृतक के परिवार के सीने में दो हत्याओं के दोहरे घाव लगें है उनका क्या?
पुलिस कर्मियों पर लगे थे गंभीर आरोप
मृतक चन्दन के भाई त्रिपुरारी शुक्ला नें घटना वाले दिन चीख-चीखकर आरोप लगायें थे कि कई बार पुलिस चौकी पर शिकायत की लेकिन चौकी प्रभारी नें कोई प्रभावी कार्यवाही नही की| चौकी इंचार्ज व सिपाही आरोपियों के घर जाकर दावत उड़ाते थे और उनके परिवार का शोषण करते थे|