फर्रुखाबाद:(जेएनआईब्यूरो) लोहिया अस्पताल, सीएचसी समेत अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर आउटसोर्स से 136 कर्मचारी लगे हैं। 31 मार्च के बाद सेवा विस्तार न करने पर कर्मचारियों ने प्रदर्शन करने के बाद काम बंद कर दिया। इससे ऑक्सीप्लांट, पीकू वार्ड समेत समेत अन्य जगह ताले लटकने पर अफसरों की आंखे खुल गई। रात में 136 कर्मचारियों की एक माह के लिए सेवा विस्तार कर दिया गया। इससे सुबह ऑक्सीजन प्लांट, पीकू वार्ड के ताले खुल गए और कर्मचार काम पर लौट आए। सीएमओ ने लोहिया अस्पताल पहुंच कर निरीक्षण भी किया।
कोरोना संक्रमण फैलने पर शासन के आदेश पर लोहिया अस्पताल, सीएचसी, पीकू वार्ड, ऑक्सीजन प्लांट पर आउटसोर्स से स्वास्थ्य कर्मियों को भर्ती किया गया था। जिन्होंने कोरोना पीड़ितों की देखभाल की। कोरोना संक्रमण कम होने पर उनकी नौकरी पर भी संकट के बादल छाने लगे। वर्ष 2022 में आउटसोर्स कर्मचारियों का एक-एक माह के लिए सेवा विस्तार होने का सिलसिला पूरी साल चलता रहा। 31 मार्च 2023 के बाद सेवा विस्तार नहीं किया गया। नौ दिन काम करने के बाद सेवा विस्तार का आदेश मिलने की जगह सेवा समाप्ति का आदेश मिलने से नाराज सभी लोग डीएम के पास गए और ज्ञापन दिया। इसके बाद सीएमओ को जाकर ज्ञापन दिया था। सुनवाई न होने पर कर्मचारियों ने काम छोड़ दिया। उन्होंने अपना चार्ज अफसरों को सौंप दिया और चले गए। इससे ऑक्सीजल प्लांट, पीकू वार्ड में ताला पड़ गया था। पीकू वार्ड में भर्ती एक बच्चे को दूसरी वार्ड में सिफ्ट किया गया था। कर्मचारियों के काम बंद करने पर स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की आंखे खुल गई। सीएमओ ने रात में सभी कर्मचारियों की सेवा विस्तार की कार्रवाई पूरी कर ली और मंगलवार को सेवा विस्तार कर सभी को काम पर लौटने के निर्देश दिए। कर्मचारी काम पर लौटे कि नहीं, यह देखने के लिए सीएमओ ने लोहिया अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने सीएमएस के साथ पीकू वार्ड देखा, वहां कर्मचारी ड्यूटी कर रहे थे। इसके बाद ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया। ऑक्सीजन प्लांट चल रहा था। सीएमएस को लोहिया अस्पताल में मरीजों को बेहतर उपचार दिलाने के निर्देश दिए। सीएमओ डॉ. अवनींद्र कुमार ने बताया कि सभी आउटसोर्स कर्मचारियों की 30 अप्रैल तक सेवा विस्तार कर दिया गया है। सभी ड्यूटी पर लौट आए हैं।