फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) जिले में सोमवार को भी कोहरे व ठंड ने जनजीवन को प्रभावित किया। घने कोहरे ने जहां वाहनों की रफ्तार थम गई। वहीं, ठंड व गलन ने लोगों की मुश्किलों को बढ़ाने का कार्य किया। शहरी हो या ग्रामीण क्षेत्र, ठंड व गलन से बचाव के भी आधे-अधूरे इंतजाम दिखे।
जनपद में पिछले कई दिनों से कोहरे का प्रकोप बढ़ा है। नगर व ग्रामीण क्षेत्र में जो कोहरा पड़ रहा था, उसके बाद मौसम सुबह दस बजे तक साफ हो जा रहा था। मगर सोमवार की सुबह से जो घना कोहरा शुरू हुआ वह दोपहर बाद भी नही छंट सका। घने कोहरे के बीच में वाहन चलाने वाले चालकों को काफी दुश्वारियां हुईं। वाहन चालक सर्नेवेश कुमार ने बताया कि कोहरा इतना घना था कि दस मीटर की दूरी की स्थिति भी स्पष्ट नहीं हो रही थी, उन्हें लाइट जलाकर वाहन चलाना पड़ा। वहीं कोहरे के साथ-साथ बढ़ी गलन ने भी लोगों व विशेषतौर पर स्कूल जाने वाले बच्चों व कर्मियों की मुश्किलों को बढ़ाने का कार्य किया।
बच्चे ठंड के बीच ठिठुरते स्कूल जाने को विवश दिखे। आवास विकास के निवासी अभिभावक राहुल दुबे व गंगा नगर केनिवासी विनोद कुमार ने कहा कि कोहरे व ठंड तथा स्कूली बच्चों के हितों को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को निर्णय लेना चाहिए।
ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं दिखी अलाव की व्यवस्था
एक तरफ जहां जिले में ठंड व गलन अपने चरम पर पहुंच गई है, वहीं अलाव की व्यवस्था भी नाकाफी दिख रही है। निकाय प्रशासन ने जहां शहरी क्षेत्र में प्रमुख जगहों पर अलाव जलवाया है, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में अभी तक कहीं अलाव की व्यवस्था नहीं हो सकी है।
यात्रियों को भी होना पड़ रहा लेटलतीफी का शिकार
कोहरे व ठंड की वजह से परिवहन निगम की बस में यात्रा करने वाले लोगों को भी लेटलतीफी का शिकार होना पड़ रहा है।
शैक्षिक महासंघ ने की विद्यालयों के समय परिवर्तन की मांग
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष संजय तिवारी नें जिलाधिकारी को पत्र भेजकर शीत लहर के चलते विद्यालयों का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक करनें की मांग की गयी थी| 21 दिसम्बर को दिये गये पत्र पर अभी तक ध्यान नही दिया गया है|