अस्ताचल सूर्य को अ‌र्घ्य देकर की पुत्रों के दीर्घायु की कामना

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) छठ पूजा के तीसरे दिन अस्ताचल (अस्त) को जा रहे सूर्य भगवान को अ‌र्घ्य पौराणिक मान्यताओं को पूरा करते हुए पूजन किया। सुबह पहर से विधि विधान के साथ अ‌र्घ्य दिए जाने की तैयारी में व्रती परिवार के सदस्य जुटे रहे। पूजन सामग्री से लेकर अन्य सामग्री को जुटाने के लिए लोगों ने सहयोग भी किया।
पांचाल घाट पर शाम पहर महिलाएं परिवार के संग जुटी। जहाँ छठ पूजा की छटा देखने को मिली। छठ मैया की आराधना में लीन परिवारों के घरों में देवी गीतों ने धार्मिक उत्सव की बरबस याद दिलाई। छठ पूजा को लेकर मान्यता है कि सूर्य देव और उनकी बहन छठ मैया की पूजा की जाती है। उन्हें विधि विधान के साथ पूजन किया जाता है और मान्यता है कि छठ मैया इससे प्रसन्न होकर संतानों को दीर्घायु का आशीर्वाद देती हैं। इसके साथ परिवारिक सुख-समृद्धि और मनोवांछित कामनों की प्राप्ति कराती हैं। लिहाजा महिलाओं नें अस्ताचल सूर्य को अ‌र्घ्य देखकर रविवार को होनें वाली पूजा का समापन किया|
छठ पूजन सामग्री और पूजन
छठ पूजा के लिए नए वस्त्र, बांस की दो टोकरी अथवा सूप, थाली, पत्ते लगे गन्ने, बांस या फिर पीतल के सूप, दूध, जल, गिलास, चावल, सिदूर, दीपक, धूप, लोटा, पानी वाला नारियल, अदरक का हरा पौधा, नाशपाती, शकरकंदी, हल्दी, मूली, मीठा नींबू, शरीफा, केला, कुमकुम, चंदन, पान, सुपारी, शहद, अगरबत्ती-धूपबत्ती, कपूर, मिठाई, गुड़, चावल का आटा, गेहूं आदि पूजन सामग्री के साथ ही छठ पूजन किया जाता है। तालाब अथवा नदी के जल में खड़े होकर शाम पहर अस्त हो रहे सूर्य को अ‌र्घ्य दिया जाता है।
सोमवार को सुबह होगा छठ पूजा का समापन
चार दिनों तक चलने वाली पूजा सोमवार को सुबह पहर उगते हुए सूर्य को अ‌र्घ्य देकर समाप्त होगी| इस दिन व्रती परिवार सुबह चार बजे से ही गंगा के पास पहुंच कर विधि विधान से उगते हुए सूरज का पूजन करेंगे। महिलाएं अपने खास लिबास और परंपरा का निर्वहन करते हुए मांग से नाक तक सिदूर लगाकर सूप में पूजन सामग्री लेकर सूरज को अ‌र्घ्य देंगी और परिवार की मनोवांछित कामनाएं पूरी करने की मन्नतें मांगेगी।
इस दौरान महिलाओं में शोभा देवी, उर्मिला भट्ट, रंजना झा, सीता साह , रीना सिंह, अनीता द्विवेदी व भप्पू सोनी, प्रमोद झा, केदार शाह, रामकुमार त्रिवेदी, संजीव मिश्रा, प्रभात मिश्रा, राम मिश्रा, सीओ अमृतपुर रविन्द्र कुमार राय, डीबी सिंह आदि रहे|