युवाओं को नशे की गिरफ्त में लानें वालों के लिये सरकार नें गठित की एसआईटी

FARRUKHABAD NEWS

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में युवाओं को नशे की गिरफ्त में लाने के बाद अकूत संपत्ति एकत्र करने वालों के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शिकंजा कस गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश में ड्रग्स माफिया के खिलाफ लडऩे के लिए 250 से अधिक अधिकारी और कर्मचारियों की टीम तैयार की गई है।
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गठित एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) में केन्द्र सरकार की जांच एजेंसियों के अफसरों को भी शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रदेशवासियों को नशे के आगोश में धकेलने वाले अवैध शराब के सौदागर और नार्को माफियाओं पर टेढ़ी निगाहें हैं। वह खुद इसकी मानिटरिंग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रोजाना अधिकारियों से अभियान की रिपोर्ट तलब कर उसकी समीक्षा कर रहे हैं। उनके इस एक्शन से नशे के सौदागरों में अब तो काफी खलबली मची है।
मुख्यमंत्री के आदेश पर नशे के सौदागरों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई के लिए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन कर दिया गया है। मुख्यालय स्तर पर एएनटीएफ का प्रभारी पुलिस उप महानिरीक्षक की नियुक्त किया जाएगा। प्रदेश में एएनटीएफ कैसे काम करेगी, इसका भी खाका तैयार कर लिया गया है।
एएनएटीएफ तीन रीजन में विभाजित
अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एमके बशाल ने बताया कि नशे के कारोबारियों पर शिकंजा कसने के लिए पहले चरण में बाराबंकी और गाजीपुर में नारकोटिक्स थाना स्थापित किए जाएंगे। वहीं एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को पूरे उत्तर प्रदेश में तीन रीजन (वेस्ट, सेंट्रल व ईस्ट) में विभाजित किया गया है। मुख्यालय स्तर पर एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के प्रभारी पुलिस उप महानिरीक्षक (एएनटीएफ) होंगे, जिनके साथ पुलिस अधीक्षक (एएनटीएफ) आपरेशन एवं पुलिस अधीक्षक (एएनटीएफ) मुख्यालय में नियुक्त रहेंगे। मुख्यालय स्तर पर अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन एवं अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय और पुलिस उपाधीक्षक-आपरेशन एवं पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय नियुक्त होंगे। तीनों रीजन (वेस्ट, सेंट्रल और ईस्ट) के प्रभारी पुलिस उपाधीक्षक होंगे। वेस्ट रीजन के तहत मेरठ, बरेली, आगरा, सेंट्रल रीजन के तहत लखनऊ, कानपुर तथा ईस्ट रीजन के तहत प्रयागराज, गोरखपुर व वाराणसी जोन आयेंगे। इन जोनल प्रभारियों को आवश्यक संसाधन भी उपलब्ध कराये जायेंगे।
प्रतिनियुक्ति पर तैनात होंगे अधिकारी
नशे के सौदागरों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई के लिए एएनटीएफ में अन्य विभाग के अधिकारियों को प्रतिनियुक्ति पर तैनात किया जाएगा। इसमें राज्य स्तर पर ड्रग कंट्रोल एजेंसियों के ड्रग इंस्पेक्टर, फार्मेसिस्ट, आबकारी विभाग के अधिकारियों को नियुक्त किया जाएगा। इसके साथ केंद्र के विभिन्न विभाग एनसीबी, सीबीएन, डीआरआई आदि से भी अधिकारियों को प्रतिनियुक्ति पर लिया जाएगा। एएनटीएफ के सदस्यों को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कृत करने के साथ विशेष भत्ता भी दिया जाएगा। इसके साथ एएनटीएफ के मुख्यालय के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस से कुल मैनपॉवर की करीब 60 प्रतिशत मैनपॉवर उपलब्ध कराई जाएगी।
250 से अधिक अधिकारी-कर्मचारी होंगे तैनात
अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एमके बशाल ने बताया कि एएनटीएफ के सुचारू रूप से संचालित करने के लिए 250 से अधिक अधिकारी और कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा। इसमें 44 मुख्य आरक्षी, 82 आरक्षी, 5 उपनिरीक्षक गोपनीय, 10 उपनिरीक्षक लिपिक, 8 सहायक उपनिरीक्षक लिपिक, एक-एक उपनिरीक्षक लेखा और सहायक उपनिरीक्षक, 27 ड्राइवर, 16 कंप्यूटर ऑपरेटर, 32 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, 8 ड्रग इंस्पेक्टर और आठ फार्मासिस्ट को नियुक्त किया जाएगा।