फर्रुखाबाद:(राजेपुर/अमृतपुर संवाददाता) विगत दिनों कुम्हरौर में कोटे की जाँच के दौरान हुए विवाद के बाद फायरिंग के मामले में कोटेदार संघ व प्रधान संघ में रार बढ़ गयी है| प्रधान संघ नें बैठक कर कोतेदारों की चेतावनी को अनर्गल बताया और कहा कि प्रधान निर्वाचित सदस्य होता है जबकि कोटेदार नही| लिहाजा आरोपी प्रधान पति के समर्थन में वह एक जुट दिखे| डीएम को ज्ञापन भी दिया गया|
विकास खंड सभागार में प्रधान संघ की एक बैठक आहूत की गयी| जिसमे प्रधान संघ के व्लाक अध्यक्ष सुधीर गुप्ता नें प्रधान पति आनन्द विक्रम उर्फ बिट्टू परमार पर पुलिस कार्यवाही की निंदा की| उन्होंने कहा कि आंनद विक्रम नें अपने बचाव में फायर किये पुलिस नें उन्हें भी हत्या के प्रयास का आरोप बनाकर जेल भेज दिया| थानों में पीस कमेटी की बैठक में प्रधानों का सहयोग लिया जाता है जबकि जब प्रधानों के सहयोग की बात आती है तो सहयोग नही मिलता| संघ नें चेतावनी दी की यदि पुलिस नें भविष्य में प्रधानों का उत्पीड़न किया तो प्रधान सभी विकास कार्य बंद कर देंगे| आरोपी प्रधान व पूर्व प्रधान समझौता करना चाहते थे लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ कार्यवाही की|
व्लाक अध्यक्ष नें कहा कि कोटेदार संघ ने कुम्हरौर मामले में एक बैठक की जिसमे राशन वितरण बंद करनें की बात कही गयी है| जबकि प्रधान संघ प्रधान पति व पूर्व प्रधान में समझौता कराना चाहते है| लेकिन उसके बाद भी कोटेदार संघ नें एक पक्षीय बैठक कर राशन वितरण बंद करनें की घोषणा की| कोटेदार संघ को प्रधानों को चुनौती नहीं देनी चाहिए थी| प्रधान जनप्रतिनिधि है| कोटेदार संघ के जिलाध्यक्ष अनिल तिवारी नें बताया कि प्रधान यदि जनप्रतिनिधि है तो उसका जो कार्य है वह करें| सरकारी जाँच को प्रभावित ना करें| कोटेदार संघ ने एक पक्षीय बैठक नही की थी| संघ ने मांग रखी थी कि यदि कोटेदारों का उत्पीड़न गलत ढंग से होगा तो वितरण बंद किया जायेगा| पुलिस नें दोनों पक्षों पर कार्यवाही करके उचित किया| प्रधान संघ को कोटेदार संघ नें कोई चुनौती नही दी| कोटेदार संघ भी इस मामले में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपेंगा| कोटेदार संघ अपना कार्य ईमानदारी से कर रहा है|