शव दाह केन्द्रों पर बिक्री करें गौशाला में बने गोबर के लठ्ठे

FARRUKHABAD NEWS जिला प्रशासन
फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) सीडीओ एम अरुन्मोली ने सोमवार को सितवनपुर पिथू गोवंश आश्रय स्थल का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये|
मुख्य विकास अधिकारी को आश्रय स्थल पर लगभग 500 कुण्टल भूसा  सैड में रखा मिला। आश्रय स्थल पर 135 बोरी गेहूँ तथा 70 बोरी दाना रखा पाया गया।  इसके साथ  ही 731 गौवंश होने बताये गये, जिनमें 553 गाय, 60 बछिया, 49 बछड़ा एवं 69 सांड थे| भूसा दान रजिस्टर, भूसा क्रय रजिस्टर, दाना रजिस्टर एवं गोपालक उपस्थित रजिस्टर का अवलोकन करने पर गोवंश आश्रय स्थल पर दान में दिये गये भूसा एवं दाना का विवरण देखा। ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत सचिव को निर्देशित किया कि भूसा-दाना की खपत रजिस्टर बना कर प्रत्येक दिवस गोवंशों को खिलाये जाने वाले भूसा-दाना का विवरण भी रजिस्टर पर दर्ज करायें तथा रजिस्टर का 02 दिवस में अवलोकन कराना सुनिश्चित करायें। ग्राम प्रधान द्वारा अवगत कराया गया कि गोवंश आश्रय स्थल की जाली को कभी-कभार गोवंशों द्वारा तोड़ दिया जाता है, जिससे गोवंश भाग जाते हैं। महोदया द्वारा निर्देशित किया गया कि आश्रय स्थल पर बाउण्ड्री बाल का निर्माण कराना सुनिश्चित करायें। साथ ही गोवंश के लिए 01 अतिरिक्त सेड का निर्माण कराना भी सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि गोवंश आश्रय स्थल पर रखी गोबर के लठ्ठे बनाने वाली मशीन का प्रयोग न करने का कारण पूँछने पर ग्राम प्रधान द्वारा बताया गया कि पहले गोबर के लठ्ठे बनाये गये थे, पर उन लठ्ठों का कोई भी नहीं खरीदता है। महोदया द्वारा निर्देशित किया गया कि गोशाला में गोबर के लठ्ठे बनवाकर शव दाह केन्द्रों पर बिक्री हेतु भेजा जाये। गोवंश आश्रय स्थल पर तालाब बना हुआ है ग्राम प्रधान द्वारा बताया गया कि तालाब में मछलियाँ पाली गयी हैं| सीडीओ ने तालाब में मछली पालन कर मछलियों की निलामी करायी जाये।
आश्रय स्थल पर नही मिला हरा चारा उपलब्ध
जिला पंचायत द्वारा संचालित निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल (काँजी हाउस) गनीपुर जोगपुर का सीडीओ नें निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय आश्रय स्थल पर 2 गोपालक उपस्थित पाये गये तथा 57 गोवंश पाये गये। सीडीओ को मौके पर लगभग 69 कुण्टल भूसा होना बताया गया, गोपालक द्वारा बताया गया कि कल 36 कुण्टल भूसा दान में आया है। कुछ भूसा, कक्ष के अन्दर तथा कुछ बाहर लगा पाया गया। आश्रय स्थल पर 1 भूसा भण्डार कक्ष बनाये जाने की आवश्यकता है, अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत को निर्देशित किया जाता है कि गोवंश आश्रय स्थल के सामने पड़ी भूमि का चिन्हांकन कराकर उस पर भूसा भण्डार कक्ष का निर्माण कराना सुनिश्चित करायें। सीडीओ को गोवंश आश्रय स्थल पर 11 बोरी दाना रखा पाया गया, आश्रय स्थल पर हरा चारा उपलब्ध नहीं है। हरे चारे की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए गए। भूसा-दाना क्रय रजिस्टर व दान रजिस्टर मांगने पर गोपालक द्वारा बताया गया कि गोशाला में रिकार्ड उपलब्ध नहीं है|
मृत गोवंशो के शव का हो पोस्टमार्टम 
सीडीओ ने गोवंश आश्रय स्थल पर गोवंश की होने वाली मृत्यु का विवरण रजिस्टर भी बनानें के निर्देश दिये| उन्होंने कहा कि यदि किसी गोवंश की मृत्यु होती है, तो गोवंश का पशु चिकित्साधिकारी से पोस्टमार्टम कराकर मृत्यु का कारण रजिस्टर पर दर्ज कराना सुनिश्चित करायें।