अखंड सौभाग्य के लिए सुहागिनों ने की वट सावित्री पूजा

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(नगर संवाददाता) सुखद वैवाहिक जीवन और पति की दीर्घायु के लिए महिलाओं ने सोमबार को वट सावित्री व्रत किया और पूजा-अर्चना की। बुजुर्गो को भेंट देकर आशीर्वाद लिया। महिलाओं ने वट वृक्ष (बरगद) की पूजा की और अपने सुहाग की लम्बी उम्र की मनौती मांगी|
जिन महिलाओं के घर के निकट वट वृक्ष नही था उन्होंने बरगद के पेड़ की टहनियां मंगवाकर गमले और कलश में स्थापित की। हलुआ, पूरी भोग के लिए बनाए। गमले और कलश में स्थापित वट वृक्ष की टहनी पर सूत लपेटते हुए परिक्रमा की गई और पति की दीर्घायु व परिवार की सुख-शांति की कामना की गई। वहीं बड़ी संख्या में सुहागिनें वट वृक्ष की पूजा करनें पंहुची| सुहागिनों का उत्साह देखने लायक था। सुबह से ही वे पूजा की तैयारी में व्यस्त नजर आ रही थीं। महिलाओं ने एक से एक बढ़कर सुंदर वस्त्र पहने थे। उल्लेखनीय है कि पति के प्राण यमराज से वापस लेने वाली देवी सावित्री भारतीय संस्कृति में संकल्प और साहस का प्रतीक हैं। यमराज के सामने खड़े होने का साहस करने वाली सावित्री की पौराणिक कथा भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रही है। ये कथा भारतीय महिलाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत रही है। आज भी महिलाएं इस कथा को  बहुत आस्था के साथ सुनती हैं। अखंड सौभाग्य की कामना करती हैं। व्रत का पालन बहुत श्रद्धा  के साथ करती हैं| आचार्य सर्वेश शुक्ल ने बताया कि वट यानी बरगद के वृक्ष के पूजन का इस व्रत में खास महत्व होता है। मान्यता है कि इस वृक्ष में ब्रह्मा, विष्णु, महेश का वास भी होता है। यह वृक्ष प्राणवायु के साथ ही औषधीय गुणों से भी भरपूर होता है।