फर्रुखाबाद:(अमृतपुर संवाददाता) किसानों की फसल नुकसान के मुआबजे का लेखपाल साहब ने खूब बंदर बाँट किया| जिसमें अब जाँच शुरू हुई|
दरअसल विगत दिनों आयी बाढ़ और बारिश से किसानों की फसल बर्बाद हुई थी| शासन के आदेश पर किसानों के मुआबजे की जाँच कर उन्हें आर्थिक मदद दी जानी थी| लिहाजा तत्कालीन डीएम मानवेन्द्र सिंह के निर्देश पर तहसीलदारों के साथ लेखपाल नें क्षतिपूर्ति का आंकलन कर रिपोर्ट शासन को भेजी थी| लेकिन उन किसानों की रिपोर्ट नही भेजी जिनका नुकसान हुआ बल्कि उनकी रिपोर्ट भेजी जिसकी फसल थी ही नही| लेखपाल विमल की रिपोर्ट के आधार पर अनूप, अशोक व अश्विनी पुत्र जगमोहन, गजराज पुत्र अजगर, सियाराम पुत्र विशाल, दीनदयाल पुत्र विशाल, गुरु देवी पत्नी गुरुदयाल, मदन पाल पुत्र तुलसीराम, राजपाल पुत्र गुरदयाल, रामनिवास पुत्र राजेश्वर, राम स्वरूप विश्राम, तुलसीराम पुत्र विशाल, वेद राम पुत्र गुरदयाल, विश्वनाथ पुत्र राधेश्याम, विशेश्वर पुत्र राधेश्याम के खातों में 74079 रूपया मुआबजा राशि आ गयी| लेकिन गाँव के कुलदीप तिवारी के धान 45 बीघा नष्ट हो गए थे इनको मुआवजा नही मिला| जिस पर कुलदीप ने लेखपाल की शिकायत की| शिकायत की जाँच के लिए शनिवार को तहसीलदार संतोष कुशवाहा व नायब तहसीलदार रविंद्र पाल जाँच करनें पंहुचे| उन्होंने किसानों के वयान लिये| तकरीबन 15 खेत की उन्हें जाँच करनी थी| लेकिन शाम अधिक होनें पर सभी के वयान नही हो सके| फिलहाल जाँच ठीक हुई तो लेखपाल पर कार्यवाही की सम्भावना मानी जा रही है| तहसीलदार ने बताया की अभी जाँच चल रही है| जाँच के बाद आगे कार्यवाही होगी|