बंदियों को बताये तम्बाकू सेबन के नुकसान

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) धूम्रपान निषेध दिवस के अवसर पर सेन्ट्रल जेल फतेहगढ़ में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया| जिसमें बंदियों को तम्बाकू से होनें वाले रोगों से रूबरू करारा गया| बंदियों को धूम्रपान ना करनें की सलाह दी गयी| चिकित्सकों ने कहा की धूम्रपान करनें से सर्वाधिक कैंसर होता है |
केन्द्रीय कारागार में भी जागरूकता शिविर में मुख्य अतिथि डॉ० सतीश चन्द्रा ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक प्रमोद शुक्ला के साथ दीप प्रज्वलित कर किया| इसके बाद लोहिया अस्पताल के परामर्शदाता  अमित सिसौदिया द्वारा कारागार के बंदियों को धूम्रपान ना करने के लिए जागरुक किया| उन्होंने बताया की तम्बाकू से बने उत्पादों का सेवन मुख के कैंसर की मुख तथा अन्य गम्भीर कैंसर रोगो का रूप ले लेती है। कि दृढ निश्चिय एवं संकल्प शक्ति के द्वारा तम्बाकू का सेवन आसानी से छोड़ा जा सकता है| जिससे व्यक्ति कैंसर जैसी गम्भीर बीमारियों से बच सकता है।
लोहिया चिकित्सालय के नेत्र सर्जन डा० अजय कुमार ने व्यक्तिगत साफ सफाई एवं प्राकतिक जीवन शैली का महत्व बताया|  उन्होंने कहा की साफ सफाई तथा प्राकृतिक जीवन शैली अपनाकर हम निरोगी तथा स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकते है। जिला कारागार के जेल अधीक्षक भीमसेन मुकन्द ने बंदियों को तम्बाकू सेवन न करने के लिए प्रेरित किया| जिससे प्रभावित होकर लगभग एक दर्जन बंदियों द्वारा तम्बाकू छोड़ने का संकल्प लेते हुए अपने पास में रखे तम्बाकू को सबके सामने निकालकर जमा कर दिया। मुख्य अथिति सीएमओ डा० सतीश चन्द्र ने कहा की कारागार के बंदियों के उपचार हेतु शीर्ष प्राथमिकता पर अपने स्तर से स्वास्थ्य एवं उपचार सुविधा प्रदान कराएंगे। मुख्य अतिथि द्वारा अवसादग्रस्त बंदियों की काउर्सिलिंग के लिए मनोचिकित्सक को भी कारागार पर भेजकर नियमित परामर्श प्रदान करने का आश्वासन दिया गया। वरिष्ठ अधीक्षक प्रमोद कुमार शुक्ल द्वारा सीएमओ सहित मौके पर मौजूद चिकित्सकों नेत्र सर्जन अजय कुमार, फिजिशियन डॉ० अशोक कुमार, दंत रोग विशेषज्ञ डॉ० श्रेय खंडूजा, परामर्शदाता डा० शिवकुमार नेत्र सहायक डा० सुरेश चन्द, परामर्शदाता जिला कारागार फतेहगढ़ डा० विजय अनुरागी को अंग वस्त्र पहनाकर सम्मानित किया गया| समारोह में मंच का संचालन जेलर बदी प्रसाद द्वारा किया गया|  फार्मासिस्ट राम नरायन सिंह, उपकारापाल  सुरजीत सिंह, उपकारापाल मुन्ना लाल,  जयदीप त्रिवेदी कृषि पर्यवेक्षक आदि रहे|