फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) मतगणना को केबल लगभग एक सप्ताह का ही समय शेष बचा है| लिहाजा मतदान के बाद प्रत्याशियों का चुनावी बुखार उतर गया चुका है। आधी रात तक चट्टी चौराहों व चायपान की दुकानों पर गुलजार , लोग जीत हार की गुणा गणित का आंकलन करते रहे। अब सबकी निगाहें 10 मार्च को होने वाली मतगणना परिणाम पर टिकी हुई है। उनके समर्थक किसको कहां से कितना वोट मिला, कौन वोट दिया कौन नहीं दिया इसकी अटकलबाजी कर रहे है।
चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी अपने खर्च के साथ वोट का हिसाब लगा रहे हैं। प्रत्याशी व उनके समर्थक यह भी देख रहे हैं कि उन्होंने जिस मतदाता का सहयोग किया था वोट दिया या नहीं। मतदान के बाद कई प्रत्याशी तो अपनी जीत की उम्मीद छोड़ दिए हैं। बाकी प्रत्याशी जीत का दावा कर रहे हैं। चुनाव में धुआंधार नशा करने वाले मतदाताओं के चेहरे पर 12 बजने लगा हैं। चुनाव के बाद उनको ¨चिंता इस बात की है अब उनको पीने के लिए कौन देगा। ऐसे मतदाताओं के भी बोल अब बदल गए हैं, जो कल तक प्रत्याशियों की हां में हां मिला रहे थे।