मुद्दे की बात: आजादी से अब तक इस गाँव में पंहुची केबल वादों की रोशनी

CRIME FARRUKHABAD NEWS POLICE

फर्रुखाबाद:(अमृतपुर संवाददाता) गांव-गांव बिजली पहुंचाने का सरकारी दावा भले ही हो, मगर जमीनी हकीकत कुछ और ही है। क्षेत्र के गाँव मंझा की मडैया में आजादी के 70 साल बाद भी बिजली नही पंहुची| बिजली ना पंहुचने से गाँव के लोग आज भी राते अन्धेरें में ही गुजार रहें हैं| ग्रामीणों की बिजली देखने की हसरत फिलहाल अधूरी ही रह गई| आस-पास के गांवों में रोशनी देखते हैं तो मन मसोस कर रह जाते हैं।
विकास खंड राजेपुर के ग्राम मंझा की मडैया की जमीनी हकीकत सरकारी आंकड़ो से काफी इतर है| इस गाँव में 70 साल पहले जिसने जन्म लिया उसमे से अधिकतर तो रुक्सत भी हो लिए कुछ है तो उनकी आँखे बिजली की रोशनी के इंतजार में अब धुधंली हो गयी है| मंझा की मडैया लगभग 7 हजार की आबादी वाला गाँव है| आजादी के 70 साल बाद जहाँ सरकार स्मार्ट सिटी की बात करती है बुलेट ट्रेन चलानें की बात करती है लेकिन इस गाँव में बिजली के आभाव में लोग टीवी के आनन्द के साथ ही साथ मोबाइल तक चलाना भी दूभर होता है| अलबत्ता ग्रामीण मन मसोज कर रह जाते हैं| ग्रामीणों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों के साथ ही अधिकारियों की ड्योढ़ी पर खूब हाजिरी लगायी| लेकिन इसके बाद भी उनकी उम्मीदों पर सूरज आज तक उदय नही हुआ|    (बृजकांत दीक्षित)