फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) बीते दिनों जिला जेल में हुए बबाल की आग अभी ठंडी नही पड़ी थी की मंगलवार को जिला जेल से रिहा हुए बंदी नें बाहर आकर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है| बंदी ने रिहाई से पूर्व डिप्टी जेलर पर गंभीर आरोप लगाकर उसके साथ मारपीट करनें और गुप्तांग में पेट्रोल लगानें तक के आरोप लगाये है| जिलाधिकारी नें जाँच के आदेश दिये है|
थाना मेरापुर के ग्राम मुरलघर बेहटा निवासी सत्यभान सिंह पुत्र रामसेबक ने जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह को शिकायती पत्र दिया| जिसमे उसने कहा कि वह जिला जेल में बंद था| बीते दिन न्यायालय एफटीसीसीडि फर्रुखाबाद द्वारा उसकी का रिहाई परवाना जिला कारागार फतेहगढ़ भेजा गया था। जिस पर डिप्टी जेलर सोनकर द्वारा जान-बूझकरउसको शाम को नहीं छोड़ा गया| 7 दिसंबर को सुबह सात बजे उसे को बैरक से निकलवा लिया गया और दो अज्ञात सिपाहियो द्वारा उसके सारे कपडे उतरवाकर नग्न कर दीवाल का खम्भा पकडा कर अज्ञात सिपाहियों द्वारा हाथ व पैर पकड कर पटटो से व डंडो से जानवरों की तरह मारापीटा गया। यह घटनाकम लगभग सुबह सात बजे से साढ़े 8 बजे तक चला, और डिप्टी जेलर सोनकर द्वारा उसके गुप्तांगो पर पेट्रोल भी डाला गया और अपनी पिस्टल निकाल कर उसके मुंह में घुसेडी गयी और कहा गया कि यदि इसकी शिकायत कहीं की तो तुम घर तक नहीं पहुंच पाओगे, और तुम्हे पकडवाकर जेल में बंद करवा देंगे और तुम पर इतने झूठे मुकदमे लगवायेंगे कि तुम जेल से बाहर नहीं निकल पाओगे। बंदी नें बताया की परिवार द्वारा बाहर गेट पर सिपाही द्वारा खबर भेजी गयी कि मेरा पुत्र अभी निकला नही बार बार कहने पर 8:40 बजे उसको मरणासन्न अवस्था मे गेट पर छोड़ दिया गया। बंदी नें आरोप लगाया कि मारपीट की घटना में शरीर व गुप्तांगों पर काफी गंभीर चोटे आयी है, जिनका चिकित्सीय परीक्षण करानें की मांग की है| शिकायत कर्ता सत्यभान नें डीएम से मांग करते हुए कहा की डिप्टी जेलर व अज्ञात सिपाहियों के विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर विधिवत चिकित्सीय परीक्षण कराये जाने की मांग की| जेलर अखिलेश कुमार नें जेएनआई को बताया कि शिकायत कर्ता फर्जी आरोप लगा रहा है| उसी नें डिप्टी जेलर पर पूर्व में हमला किया था| उसका आरोप निराधार है| जिलाधिकारी संजय सिंह नें बताया कि शिकायत मिली है| जाँच करायी जायेगी|