फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) दीपावली पर्व की पूर्व संध्या पर बाजारों में भीड़ उमड़ पड़ी। पर्व मनाने के लिए लोगों ने बाजारों से जमकर सामानों की खरीदारी की। भीड़ देखकर कारोबारियों के चेहरे खिल उठे। भीड़ के चलते उन्हें दिन भर फुर्सत नहीं मिली। देर रात तक बाजार गुलजार रहे। लोगों ने दीवाली पर लक्ष्मी पूजन की तैयारी के साथ-साथ घर-आंगन सजाने के लिए डेकोरेटिव आइटम की जमकर खरीदारी की। पिछले वर्ष कोरोना संकट के चलते बाजारों में रौनक कम थी। अब पहले से बेहतर स्थिति है। बाजारों में भीड़ होने से कारोबारी भी उत्साहित नजर आए। बाजारों में लोगों नें पूजन के लिए गणेश लक्ष्मी की मूर्तियों की खरीददारी की| बाजार में बड़ी संख्या में ग्राहकों के आने से कारोबारियों की चांदी हो रही है। बाजारों में विशेष रूप से लगी दुकानों पर खील-बताशे, खांड से बने खिलौने, मूंगफली, चना दाल, मक्की के दानों से बने गुड़ मिश्रित मुरमुरे की खूब बिक्री हुई।
ऐसे ही जगह-जगह सजी फूलों की दुकानों पर लोग खरीदारी में जुटे नजर आए। उपहार खरीदने का भी क्रेज रहा। दीवाली पर लोग अपने-अपने घरों में मिट्टी तथा गोबर के के दीये जलाएंगे। कई लोग मोमबत्तियों से रोशनी करते हैं। दीवाली पर गणेश, लक्ष्मी और धन कुबेर की पूजा की जाती है और खील, बताशे और अन्य मिठाइयों का भोग लगाया जाता है। दुकानों पर फैंसी लाइटों की दुकानों वर खूब खरीदारी हुई। दीपोत्सव पर्व मनाने को लोगों मेें उत्साह देखा गया। कामकाज निपटाने के बाद लोगों ने बाजार का रुख कर लिया। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया लोगों की भीड़ बढ़ती चली गई। मांग के साथ ही कीमतों पर असर देखा जा रहा है। खील, बताशे, खांड के खिलोने, देवी देवताओं की मूर्ति, कलेंडर, बिजली की झालर, सजावट के सामान, मोमबती, आदि की जमकर खरीदारी की। हर दुकान पर भीड़ भाड़ रही। लोगों ने अपनी आवश्यकता के अनुसार इनकी खरीदारी की।
मिठाई व ड्राई फ्रूट्स की जमकर बिक्री
दीपावली पर मिठाई का कारोबार भी जमकर उछला। लोगों ने डायबिटीज समेत अन्य बीमारियों के भय को दरकिनार कर जमकर मिठाईयों की खरीद की। हालांकि शुगर फ्री मिठाई भी खूब बिकी। बड़े व्यवसायी एवं नेतागण अपने शुभचिंतकों को उपहार में देने के लिए जमकर मिठाई खरीदते नजर आए। इसके साथ ही ड्राई फ्रूट्स व ब्रांडेड कंपनियों के नमकीन एवं बिस्कुटों के गिफ्ट पैकेट भी खूब बिके। चाकलेट के बड़े पैकेटों की भी खूब डिमांड रही। जानकारों के मुताबिक दीपावली के पूजन तक इन वस्तुओं का करोड़ों का कारोबार होने की उम्मींद है।