डीएपी की किल्लत से आलू की खेती पर मंडरा रहा संकट

FARRUKHABAD NEWS जिला प्रशासन सामाजिक

फर्रुखाबाद:(अमृतपुर संवाददाता) इस बार किसानों को आस थी कि आलू की फसल अच्छी होगी। लेकिन पहले मौसम ने और अब समय पर खाद नहीं मिलने से किसानों की मेहनत पर पूरी तरह पानी फिरता दिख रहा है। डीएपी खाद की किल्लत से एक बार फिर किसानों की परेशानियां बढ़ गई हैं। अधिसंख्य किसान अपने खेतों में बोआई की तैयारी कर रहें हैं। समय से उन्हें खाद नहीं मिलने के कारण आलू की फसल नहीं होने का डर सता रहा है|
अमृतपुर में पीसीएफ कृषक सेवा केंद्र पर किसानों को खाद न मिलने से वह मायूस होकर लौट रहें है| डीएपी खाद उपलब्ध होने पर किसानों की लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई है। इससे किसानों में आक्रोश देखा जा रहा है। इसके अलावा नकद में खाद उपलब्ध नहीं है। दुकानदारों की जमाखोरी के कारण खाद आपूर्ति में परेशानी हो रही है। जमाखोरी रोकने के लिए विभागीय अधिकारी छापेमारी कर रहे है। सर्वाधिक किसान आलू की खेती पर निर्भर हैं| क्षेत्र में मुख्य रूप से दो फसल की पैदावार किसान करते हैं। यहां के सर्वाधिक किसान आलू की खेती पर निर्भर रहते हैं। पिछले कई वर्षों से मौसम की मार झेल रहे किसानों के लिए इस बार भी बेमौसम बारिश नें बेदमकर दिया| दोबारा उसने आलू बोनें की हिम्मत की भी तो अब खाद की किल्लत से किसानों के चेहरे पर मायूसी है।
खाद ना मिलने की सूचना पर जिला प्रबंधक मोहित गुप्ता अमृतपुर कस्बा  स्थित पीसीएफ कृषक सेवा केंद्र पर पंहुचे| उन्होंने एआर विजय कुमार अग्रवाल को डीएपी भेजनें के लिए फोन किया लेकिन उन्होंने फोन नही उठाया| नाराज जिला प्रबन्धक पीसीएफ गोदाम पर ही बैठ गये और कहा जब तक खाद नही आयेगी वह यहाँ से नही जायेंगें|  ग्रामीण राम रतन, राम प्रकाश निवासी करनपुर दत्त, श्याम प्रताप गुडेरा, ज्ञान सिंह आदि एक सैकड़ा से अधिक किसान वापस लौट गया|  सरकारी मानक के अनुसार आलू के लिए 25 किलो प्रतिबीघा का मानक है| वहीं गेंहू के लिए प्रति बीघा एक बोरी का मानक निर्धारित है| विदित है की खुद जिला प्रबंधक मोहित गुप्ता के खिलाफ खाद की काला बाजारी करनें में मुकदमा दर्ज हो चुका है|
जिला प्रबंधक मोहित गुप्ता नें बताया की नई रेक आयी है| शनिवार को डीएपी भेजा जायेगा| उन्होंने एआर पर नाराजगी जाहिर की| उन्होंने कहा की उनके खिलाफ साजिश कुछ लोगों द्वारा बदनाम करनें की रची जा रही है| 
नवाबगंज में भी डीएपी के लिए किसान परेशान
क्षेत्र में सरकारी खाद वितरण केन्द्रों पर डीएपी खाद के लिए मारामारी मची हुई है| किसान परेशान हैं। पीसीएफ कृषक सेवा केंद्र मंझना में किसानों की कतारें लगी हुई हैं। ग्रामीण क्षेत्र में डीएपी खाद की किल्लत के चलते किसान काफी समस्या में है|