आस- पास साफ सफाई रखें और बरसात का पानी जमा न होने दें

FARRUKHABAD NEWS जिला प्रशासन सामाजिक

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) बारिश का मौसम अपने साथ कई बीमारियों को भी लेकर आता है | ऐसे में अगर सावधानी नहीं बरती गई तो हम बीमार पड़ सकते हैं | इस मौसम में डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, डायरिया और वायरल फीवर बहुत फैलता है | इसको हम सब मिलकर रोक सकते हैं, अगर हम अपने घर के आस- पास साफ सफाई रखें और बरसात का पानी जमा न होने दें | यह बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतीश चंद्रा ने ग्राम महरुपुर सहजू और शेखपुर में आयोजित स्वास्थ्य शिविर के दौरान कहीं | साथ ही इस दौरान तीन घरों का निरीक्षण किया गया जिसमें 2 घरों में लार्वा मिला जिसको नष्ट किया गया साथ ही ग्रामीणों को इससे बचने के उपाय भी बताये गए |
सीएमओ ने कहा कि बुखार को अक्सर लोग वायरल समझ लेते हैं, इससे कभी-कभी डेंगू या मलेरिया के मरीज की स्थिति बिगड़ जाती है। अगर कुछ भी दिक्कत लगे तो तत्काल अस्पताल पहुँच कर सबसे पहले जांच कराएं। उसके बाद चिकित्सीय परामर्श के अनुसार दवा लें ।
उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी और संक्रामक रोगों के नोडल अधिकारी डॉ. राजीव शाक्य ने कहा कि बारिश का मौसम आते ही मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। जगह-जगह जलभराव से मच्छर पैदा होते हैं। डेंगू और चिकनगुनिया का मच्छर साफ पानी में और मलेरिया का गंदे पानी में पैदा होता है । ऐसे में सावधानी रखना बेहद जरूरी है |
डॉ. राजीव ने बताया कि बारिश के मौसम में मलेरिया आम लेकिन गंभीर संक्रामक बीमारी है, जो जलजमाव से पैदा होने वाले मच्छरों के काटने से होती है। कंपकपी व ठंड के साथ अचानक बुखार बढ़ना, सिरदर्द इसके लक्षण हैं। इससे बचने के लिए अपने आस-पास पानी का जमाव न होने दें। डेंगू बुखार भी मच्छरों के काटने से ही फैलता है, लेकिन डेंगू फैलाने वाले मच्छर साफ पानी में पनपते हैं। इस बात का विशेष ध्यान रखें। एडिज मच्छर के काटने से फैलने वाले इस रोग का प्रभाव मरीज को बुखार होना,सिरदर्द होना,आंखो के पीछे दर्द होना और पूरे शरीर और जोड़ों में तेज दर्द के रूप में होता है। इससे बचने के लिए मच्छरों से बचें और घर से निकलने से पहले शरीर को पूरी तरह ढंककर रखें। चिकनगुनिया भी मच्छरों से फैलने वाला बुखार है, जिसका संक्रमण मरीज के शरीर के जोड़ों पर भी होता है और जोड़ों में तेज दर्द होता है।
डॉ. राजीव ने बताया रविवार को आयोजित स्वास्थ्य शिविर में 74 लोगों के स्वास्थ्य की जाँच की गई जिसमें से 57 लोग बुखार से ग्रसित मिले जिनको दवा दी गई | इनमें से किसी को भी मलेरिया या डेंगू की पुष्टि नहीं हुई |
इस दौरान उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनुराग वर्मा, सत्यवीर सिंह और  ग्रामीण मौजूद रहे |