फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) शुक्रवार को शहर के नवभारत सभा भवन में जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने आशा सम्मेलन कार्यक्रम की अध्यक्षता की| उन्होंने कहा कि आशा इंसेंटिव के लिए कार्य ना करें| वह समाज में बेहतर छवि बनाने के लिए घर-घर जाकर लोगों को स्वास्थ्य लाभ दिलाएं|
कार्यक्रम में कहा गया कि आशा स्वास्थ्य विभाग की सबसे मजबूत कड़ी है और आशाओं के माध्यम से ही गांव स्तर की गर्भवती महिलाओं, धात्री बालिकाओं एवं कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी होती है जिसे वह गांव-गांव जाकर अपने दायित्वों का निर्वहन करती हैं। डीएम नें कहा कि आशा गांवों में झोलाछाप डॉक्टरों को रिपलेश करने का कार्य करें। आशा इंसेटिव के लिए ही कार्य न करें, वह गावं के घर-घर तक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुॅचा बेहतर छवि बनाएं। संचारी रोग नियंत्रण अभियान में आपकी भूमिका महत्वपूर्ण है,संचारी रोग नियंत्रण के अन्तर्गत पूरे मन से सर्वे कर सहयोग प्रदान करें। गावं की सभी गर्भवती महिलाओं का आरसीएच पोर्टल पर अवश्य रूप से रजिस्ट्रेशन कराए ताकि उन्हे शासन से अनुमन्य संविधाओं का लाभ मिल सके। सम्मेलन में कोविड के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली आशाओं को किया गया सम्मानित। इस दौरान सीडीओ एम अरुन्मोली, सीएमओ डॉ० सतीश चन्द्रा आदि रहे|