फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो)दो दिवसीय दौरे पर आयीं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल नें महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के साथ ही सामजिक बुराईयों से खुद लड़ने का अवाहन किया| उन्होंने कहा आज महिलाओं को शराब, दहेज प्रथा, बाल विवाह के खिलाफ लड़ाई लड़नें के लिए खुद खड़ा होना पड़ेगा|
फतेहगढ़ के बेबर रोड़ स्थित लाटेरा होम में स्थानीय महिला कारीगरों को उनकी ताकत का अहसास राज्यपाल नें अपनें संवाद से कराया| उन्होंने मोदी और योगी सरकार की सराहना की| उन्होंने कहा कि मोदी के पीएम बनने पर लोग मजाक बना रहे थे कि चाय बेचने वाला देश बेंच लेगा लेकिन देश आज नई ऊंचाई पर खड़ा है| उन्होंने यूपी और केंद्र सरकार की विभिन्य योजनाओं की भी सराहना की|
महिलाओं को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज दहेज प्रथा बहुत बड़ी समस्या है| आज घर में बच्ची पैदा होती है तो पिता उसके विवाह के लिए दहेज एकत्रित करना शूरु कर देता है और विवाह के समय दहेज देता भी है लेकिन बेटी का परिवार जब दहेज देना बंद करते है तो ससुराल पक्ष के लोग उसका उत्पीडन शुरू कर देतें है| उसे या तो मारपीट के घर से निकाल देते है या फिर उसकी हत्या कर दी जाती है|
राज्यपाल नें महिलाओ को जागरूक करते हुए कहा कि दहेज के दानव से मुकाबला करने को उन्हें खुद आगे आना होगा| उन्होंने कहा कि सरकार नें छोटे-मोटे अपराध वाली जेल में बंद महिलाओं को रिहा करनें का सराहनीय कार्य किया है| इसके साथ ही उन्होंने शराब के खिलाफ भी महिलाओं को खड़ा होना होगा| क्योंकि इसका भी सीधा प्रभाव महिलाओं पर ही पड़ता है| उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और स्वयंम सहायता समूह के माध्यम से रोजगार हासिल करने की सलाह भी दी|
डीएम मानवेंद्र सिंह, एसपी अशोक मीणा, सीडीओ अरुन्नमौली, एडीएम विवेक श्रीवास्तव, पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष बाबू राम निषाद, राज्य महिला आयोग की सदस्य डा. मिथलेश अग्रवाल, डा. रजनी सरीन, प्रवीण अग्रवाल आदि रहे|