फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी पूर्व विधायक लुईस खुर्शीद नें रविवार को बिना जिला संगठन की मौजूदगी के फर्रुखाबाद सदर विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी| जिससे उन्होंने साबित कर दिया संगठन होनें ना होनें से उन पर कोई फर्क नही पड़ता आज भी जिला कांग्रेस उनके इशारे पर ही चलती है|
फतेहगढ़ डीएम आवास के निकट मिर्ज़ा वसीम बेग के आवास लाल कोठी सिविल लाइन्स पर पूर्व विधायक लुईस खुर्शीद नें प्रेस वार्ता का आयोजन किया| उन्होंने कहा कि तीसरी बेब कोरोना की आने वाली है| लेकिन जिले में आक्सीजन की क्या व्यवस्था है| यह किसी को नही दिख रहा| अभी तक के सरकार के कार्यकाल में जिले में विकास कार्य नही हुए| जो पहले हुए वह पूर्व विदेश मंत्री सलामन खुर्शीद की देन थी| उन्होंने रेलवे लाइन का चौड़ीकरण आदि कार्य कराये| लेकिन वर्तमान में विकास प्राधिकरण नगर को बनाने व बिजली लाइनों को भूमिगत किये जानें की पूर्व घोषणा की गयी थी| जिस पर आज तक क्या कार्य हुए| उन्होंने कहा कि भारत सरकार के पास एक बड़ी योजना है| जिसके माध्यम से वर्तमान जनप्रतिनिधि चाहें तो एक बड़ा कैंसर अस्पताल बन सकता है|
ढूढे नही मिल रहा नगर का विकास
उन्होने कहा कि पिछले पांच साल में जिले में क्या विकास हुआ वह कहीं दिख नही रहा| लिहाजा वह खुद विकास को ढूढ़ रहीं है|
घर-घर में घुसकर महिलाओं में बनायेगी पकड़
उन्होंने बताया कि इस बार वह अपने महिला होनें का लाभ लेंगी| जो हथियार महिला होनें का उनके पास है वह उसके माध्यम से घरों में दाखिल होंगी और घर के भीतर महिलाओं से सम्पर्क कर चुनाव को मजबूत करेंगी| पुरुष प्रत्याशी किसी के भी घर में दाखिल नही हो सकता|
चुनाव आते ही अब याद आया अगरवत्ती उद्योग
चुनाव करीब आते ही सदर विधान सभा की महिलाओं के लिए पूर्व विधायक नें सोचना शुरू कर दिया| उन्होंने बताया कि वह एक अगरवत्ती कम्पनी से बात कर रहीं है| जिसके माध्यम से महिलाओं को घर बैठे रोजगार मिल सकेगा|
चुनाव के लिए बनायेंगी बेहतर टीम
पूर्व विधायक नें बताया कि इस बार चुनाव विजय करनें के लिए वह एक बेहतरीन टीम तैयार करेंगी| जो आने वाले चुनाव में उनके लिए रामबाण का कार्य करेगी| फिलहाल उन्होंने खुलकर घोषण कर दी कि विरोध में कोई भी हो वह चुनाव हर कीमत पर लड़ा जायेगा|
इस दौरान मिर्ज़ा वसीम, रिज़वान ताज, मिर्ज़ा आरिफ बेग, फरीद चूगताई, उजैर आलम,मास्टर समीउल्लाह सिद्दीकी, मो. ज़ाफ़र खान पेश इमाम लाल कोठी मशज़िद, आफताब आलम सिद्दीकी, मज़हर मो. खान रिटायरड़ प्रिंसिपल, साबिर हुसैन आदि रहे|