लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सख्त चेतावनी दी है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपनी भाषा पर संतुलन रखना चाहिए।
अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे और उनके (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) बीच सियासत के मुद्दे पर विरोध हो सकता है, लेकिन वह हमारे पिताजी पर कुछ बोलेंगे तो हम भी आपके पिताजी के बारे में ऐसे ही बोलेंगे। यह बात उन्होंने एक दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक टिप्पणी के जवाब में कही है।
दरसअल, अखिलेश यादव ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में खुद को भाजपा के नेताओं से बड़ा हिंदू बताया था। इसी पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने राममंदिर के बहाने अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा था। सीएम योगी आदित्यनाथ ने तंज कसते हुए कहा था कि उनके अब्बाजान (मुलायम सिंह यादव) कहते थे कि वहां (अयोध्या में) परिंदे को भी पर नहीं मारने देंगे, लेकिन अब वहां राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष का सम्मान समारोह उन लोगों का सम्मान है जो बहनों के कपड़े फाड़ रहे हैं। जिन्होंने महिलाओं को अपमानित किया और रुपये के दम पर चुनाव जीते हैं। पंचायत चुनाव को जिला अधिकारियों ने जिताया है। उन्होंने कहा कि इन दिनों दलित पिछड़े और मुसलमानों को जेल भेजा जा रहा है। इसके लिए कौन जिम्मेदार है, यह तो सभी को पता है। उन्होंने दोहराया कि विधानसभा चुनाव में 400 सीट जीतेंगे। प्रदेश में सभी एक्सप्रेस वे के सवाल पर उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लिए जितनी जमीन अधिग्रहित की थी यह प्रोजेक्ट उससे आगे नहीं बढ़ पाया है।दुग्ध उत्पादक परेशान
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया। सरकार बताए कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हुई क्या। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार ने लखनऊ सहित अन्य स्थानों पर पराग और अमूल के प्लांट लगवाए, लेकिन भाजपा सरकार उत्तर प्रदेश के दुग्ध उत्पादकों का दूध लेने के बजाय गुजरात से दूध मंगवा रही है। अमूल के प्लांट में गुजराती दूध आ रहा है और यूपी के दुग्ध उत्पादक परेशान हैं। उन्होंने गन्ना किसानों के बकाए का भी मुद्दा उठाया।
विभिन्न पार्टी के लोगों ने ली सपा की सदस्यता
समाजवादी पार्टी के कार्यालय में बसपा के पूर्व सांसद राजपाल सैनी, फिल्म अभिनेत्री काजल निषाद, चंदौली के पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह, कांग्रेस के मोहम्मद हकीम, निषाद पार्टी के अरुण निषाद आदि ने तमाम लोगों के साथ समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली।