लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मिशन-2022 की तैयारियों में जुटी समाजवादी पार्टी जनेश्वर मिश्र के जन्मदिवस पर पांच अगस्त को समाजवादी साइकिल यात्रा निकालेगी। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लखनऊ में साइकिल चलाकर पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे। सपा साइकिल यात्रा के जरिये एक तीर से दो निशाने साध रही है। जहां एक ओर जनता से जुड़े मुद्दों को उठाकर आमजनों को पार्टी से जोड़ने की कोशिश होगी, वहीं जनेश्वर मिश्र के जन्मदिन के बहाने ब्राह्मण मतदाताओं को भी साधने की तैयारी है। ब्राह्मणों को अपने पाले में लाने के लिए सपा इसी दिन बलिया में प्रबुद्ध सम्मेलन भी करने जा रही है।
समाजवादी पार्टी भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रत्येक तहसील में समाजवादी साइकिल यात्रा निकालेगी। यह साइकिल यात्रा पांच से 10 किलोमीटर चलेगी। अखिलेश यादव लखनऊ में साइकिल यात्रा कर भाजपा की डबल इंजन सरकार को घेरेंगे। ब्राह्मण समाज को साधने के साथ ही सपा को पारंपरिक मुस्लिम मतदाताओं के खिसकने की भी चिंता सता रही है। इसलिए सपा ने साइकिल यात्रा में अन्य मुद्दों के साथ ही अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां का भी मुद्दा शामिल किया है।
समाजवादी साइकिल यात्रा चरम पर अपराध और भ्रष्टाचार, बेलगाम महंगाई, किसानों पर कृषि कानूनों की मार, बेरोजगारी से बेहाल नौजवान, महिला उत्पीड़न, आरक्षण, जिला पंचायत में धांधली के कारण लोकतंत्र पर खतरा और चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था के कारण कोरोना से हुई मौतें आदि मुद्दों को लेकर हो रही है। प्रत्येक जनपद में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता झंडी दिखाकर साइकिल यात्रा को रवाना करेंगे।
तैयारियों का लिया जायजा : संसद सत्र बीच में छोड़कर लखनऊ पहुंचे सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने साइकिल यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आज व्यापक अव्यवस्था के चलते लोग तरह परेशान हैं। आवश्यक खाद्य पदार्थों के दाम दो से तीन गुना बढ गए हैं। पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस के दाम आसमान छू रहे हैं। भाजपा सरकार केवल वादों का हवाई महल बना रही है। यह जनता के साथ विश्वासघात है। उन्होंने कहा कि आजम खां को फर्जी मुकदमों में फंसाकर जेल में रखना गलत है।
साढ़े छह किलोमीटर चलाएंगे साइकिल: अखिलेश यादव करीब साढ़े छह किलोमीटर साइकिल चलाएंगे। वह सपा प्रदेश कार्यालय से लोहिया पथ होते हुए जनेश्वर मिश्र पार्क तक साइकिल से जाएंगे। वहीं, समाजवादी पार्टी ने सभी जिलों में साइकिल यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए वरिष्ठ सपा नेताओं को लगाया है। इनमें पूर्व सांसद, विधायक, एमएलसी, पूर्व विधायक तक को जिलेवार जिम्मेदारियां दी गईं हैं। कई जिलों में संगठन के पदाधिकारियों को भी लगाया गया है।