फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) हत्या के एक पुराने मामले में पुलिस ने डॉ० अनुपम दुबे के घर दबिश दी| डॉ० दुबे के ना मिलने पर पुलिस नें कुर्की की कार्यवाही कर रही है|
दरअसल 14 मई 1996 को अनवरगंज कानपुर नगर बोगी नं0 7322 जीएस में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है। जिसकी शिनाख्त 50 वर्षीय रामनिवास यादव निरीक्षक पुत्र धर्मसिंह निवासी लौहार सराय अमीसराय जनपद मेरठ के रूप में हुई थी| पुलिस ने घटना में डॉ० अनुपम दुबे, नेमकुमार उर्फ बिलैया व कौशल दुबे के खिलाफ हत्या का मामला जीआरपी में दर्ज किया था| नेम कुमार उर्फ विलैया व कौशल दुबे की मौत हो चुकी है| इसी मामले में डॉ.अनुपम दुबे के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी था और वे अदालत में हाजिर नहीं हुए। जिसके बाद 82-83 की कार्रवाई की गयी।
मंगलवार को आगरा से बड़ी संख्या में जीआरपी पुलिस फतेहगढ़ के मोहल्ला कसरट्टा निवासी डॉ० अनुपम दुबे के आवास पर पंहुची| पुलिस ने उनके घर और आस-पास के क्षेत्र को छाबनी में तब्दील कर दिया| उनके आवास को जाने वाली गली में किसी को भी गुजरनें की इजाजत नही दी गयी| भनक लगते ही कई अधिवक्ता मौके पर आ गये और उन्होंने डॉ० अनुपम दुबे को गिरफ्तार व कुर्की की कार्यवाही का विरोध किया| अधिवक्ताओं नें पुलिस से कहा कि उन्हें दो दिन का समय दें ताकि वह कोर्ट से अनुमति ले सकें| लेकिन पुलिस नें उनकी एक ना सुनी|
कुछ देर बाद अपर पुलिस अधीक्षक अजय प्रताप मौके पर आ गये| उनसे भी अधिवक्ताओं नें बात की| लेकिन एएसपी भी इस बात पर राजी नही हुए| उन्होंने कहा की यह गैर जनपद का मामला है| वह केबल सुरक्षा व्यवस्था के लिए आये हैं| फिलहाल कई घंटे की माथा पच्ची के बाद डॉ० अनुपम पुलिस के हाथ नही लगे| जिसके बाद पुलिस नें कुर्की की कार्यवाही शुरू की| पुलिस नें मुनादी भी करायी|
लगभग 7 घंटे चली कार्यवाही, सुबह फिर होगी शूरू
जीआरपी पुलिस लगभग 2 बजे डॉ० अनुपम दुबे के आवास पर पंहुची| जिसके बाद कार्यवाही शूरू हुई| देर शाम आठ बजे तक पुलिस आवास के भीतर कुर्की की कार्यवाही करती रही| रात होनें के चलते कार्यवाही को विराम दे दिया गया| इसके अलावा उनके कई सम्भावित स्थानों पर भी पुलिस नें दबिश दी|
मौके पर मौजूद सीओ अमृतपुर अजेय शर्मा नें मीडिया बताया कि रात होनें के चलते कार्यवाही को विराम दिया गया| सुबह पुन: कार्यवाही शुरू होगी| कुर्की की कार्यवाही के लिए सामान की सूची तैयार की जा रही है|