फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) कोरोना महामारी में फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर के रूप में स्वास्थ्य कर्मी स्क्रीनिंग, सैंपलिंग, मरीजों की होम आइसोलेशन में मेडिसिन किट देने के साथ मरीजों की स्थिति देख रहें हैं। इसके बाद भी स्वास्थ्य संविदा कर्मियों की मांगें सरकार सुनने को तैयार नही है|
मंगलवार को काली पट्टी बांधकर स्वास्थ्य संबिदा कर्मियों नें मांग कर 25 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि दी जाए। 50 लाख का कोविड-19 बीमा राशि समय से मिलें, निशुल्क स्वास्थ्य सुरक्षा बीमा मिले। वेतन विसंगतियों को दूर किया जाए।
सिबिल अस्पताल लिंजीगंज में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के आह्वान पर समस्त चिकित्सा कर्मियों ने काला फीता बाँधकर विरोध प्रदर्शन किया| जिसमे उन्होंने मांग रखी की कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार हेतु कोविड अस्पताल में तैंनत चिकित्सकों, नर्सों, पैरा मेडिकल स्टाफ व सफाई कर्मियों के मूल वेतन में कुल 25 प्रतिशत की प्रोत्साहन धनराशि प्रदान किये जानें का शासनादेश है| उन्होंने सभी को प्रोत्साहन धनराशि समान भाव से मिलनें की मांग की और काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया| एक्सरे टेक्नीशियन एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय शंकर तिवारी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ जनपदीय सम्प्रेकक्षक /सम्विदा सम्प्रेकक्षक लैब टेक्नीशियन अंकित दीक्षित, चतुर्थ कर्मचारी जनपदीय अध्यक्ष मनोज कुमार, मनीषा, युगल किशोर आदि रहे|
लोहिया अस्पताल में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के संयोजक चक्र सिंह यादव,सहसंयोजक गिरीश कुमार, राजकीय फार्मासिस्ट महासंघ के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह, एनएचएम् संघ के महामंत्री नरेंद्र मिश्रा, डीपीआरए अध्यक्ष संजीब चौधरी, डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अभिषेक शुक्ला आदि नें काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया|