स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ दर्ज मुकदमें को लेकर कर्मचारियों का प्रदर्शन

CRIME FARRUKHABAD NEWS POLICE

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) रैपिड रिस्पांस टीम के खिलाफ दर्ज मुकदमें में जाँच की कार्यवाही आगे बढ़ते देख स्वास्थ्य कर्मी लामबंद हो गये है| उन्होंने साथियों के खिलाफ दर्ज मुकदमें को वापस लेनें की मांग करते हुए सीएमओ कार्यालय पर प्रदर्शन किया| जिससे कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य बाधित रहा|
दरअसल उत्तर प्रदेश एक्स-रे टेक्नीशियन एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय शंकर तिवारी, नौशाद हुसैन, मनोज वाथम , शरीफ खान के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया| जिसकी जाँच शहर कोतवाली क्षेत्र के पल्ला चौकी इंचार्ज जाँच करनें सिबिल अस्पताल में मामले की विवेचना करनें पंहुचे| उन्होंने जाँच के दौरान कहा कि मुकदमें में गिरफ्तारी सम्भव है| जिसको लेकर स्वास्थ्य कर्मियों में हडकंप मच गया|
सिबिल अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों नें कार्य बाधित कर दिया| जिसके बाद यूपी एक्स-रे टेक्नीशियन एसोसिएशन, उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ, उत्तर-प्रदेश चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ स्वास्थ्य कर्मियों के समर्थन में आ गया|  जिसके बाद सभी नें ज्ञापन मुख्य चिकित्साधिकारी के कार्यालय में जाकर सौंपा|
यह है मामला
मोहल्ला सिकत्तरबाग निवासी सतीश ग्रोवर ने लोहिया अस्पताल के तत्कालीन सीएमएस डॉ. एसपी सिंह, स्वास्थ्य कर्मी नौशाद हुसैन, मनोज कुमार, विजय शंकर तिवारी, शफीक व एक अज्ञात के खिलाफ कोर्ट में अर्जी दायर कर आरोप लगाया कि 18 जून 2020 को लोहिया अस्पताल में भाई ब्रजभूषण की कोरोना जांच के लिए नमूना दिया था।
21 जून को भाई के मोबाइल पर कोरोना निगेटिव का मैसेज आया लेकिन सीएमएस ने भाई के संक्रमित होने की खबर एक समाचार पत्र में प्रकाशित करा दी। सीएमएस उसे गुमराह कर अन्य लोगों की मदद सेे रुपये की मांग करते रहे। भाई ने रुपये देने से मना किया तो 23 जून को दोपहर ढाई बजे सिविल अस्पताल की रैपिड रिस्पांस टीम के नौशाद हुसैन, मनोज कुमार, विजय शंकर तिवारी, शफीक व एक अज्ञात घर आए। भतीजी स्वाती ने दरवाजा खोला तो सभी लोग अंदर घुस आए। विरोध करने पर महिलाओं व लड़कियों के साथ मारपीट की। स्वाती को गंभीर चोट आई। कुछ ही देर बाद पुलिस भी आ गई। उन्होंने भी परिवार वालों को गालीगलौज कर मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर शहर कोतवाल में मुकदमा दर्ज किया गया था|
स्वास्थ्य कर्मियों नें पूर्व में दर्ज कराया था केस
दरअसल स्वास्थ्य कर्मियों नें बीते एक वर्ष पूर्व संजीब वाजपेयी निवासी महावीर गंज नें 20 जून 2020 को कोबिड कंट्रोल रूम को सूचना देकर बताया कि बीसी ग्रोवर कोरोना पॉजिटिव होंने के बाद भी मोहल्ले में घूम रहें है| जिसकी सूचना पर गयी टीम पर जान लेवा हमले, सरकारी कार्य में बाधा और बंधक बनाने के प्रयास में मुकदमा शहर कोतवाली में दर्ज कराया था| यूपी एक्स-रे टेक्नीशियन एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय शंकर तिवारी नें बताया कि उन्होंने जो मुकदमा दर्ज कराया उस पर कोई कार्यवाही नही हुई| जबकि आरोपी पक्ष नें जो कोर्ट से मुकदमा दर्ज कराया उसमे पुलिस गिरफ्तारी की बात कर रही है| यदि उनकी मांग पर ध्यान नही दिया गया तो आंदोलन किया जायेगा| कर्मचारी नेता नरेंद्र पाण्डेय, अंकित दीक्षित, मनोज कुमार आदि रहे|