लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में मिलावटी तथा अवैध देशी शराब के कारण बढ़ती घटनाओं के कारण अपना रुख काफी सख्त किया है। बुलंदशहर के थाना क्षेत्र सिकंदराबाद में अवैध शराब के सेवन से पांच लोगों की मौत तथा सात की हालत गंभीर होने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सभी आरोपित के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर में अवैध तथा जहरीली शराब कांड के दोषियों के खिलाफ रासुका व गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही आरोपित डिस्टिलरी के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर में अवैध शराब के सेवन के कारण पांच लोगों की मौत की घटना पर बेहद नाराजगी जताने के साथ ही सभी आरोपित पर रासुका व गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है। उन्होंने आबकारी विभाग के साथ अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल मौके पर जाकर हर पीड़ित को बेहतर इलाज देने का निर्देश दिया है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने आरोपित डिस्टीलरी के खिलाफ भी कठोरतम कार्रवाई का निर्देश दिया है।
थाना प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मी निलंबित
बुलंदशहर की इस घटना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के तेवर बेहद सख्त देखते हुए एसएसपी बुलंदशहर ने सिकंदराबाद थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। थाना प्रभारी दीक्षित कुमार त्यागी, हलका इंचार्ज और चौकी प्रभारी प्रभारी अनोखे पुरी को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया है। गांव वालों ने आरोप लगाया है कि शराब माफिया और आबकारी विभाग की साठगांठ से जहरीली शराब को बेचा जा रहा था।
गौरतलब है कि बुलंदशहर के थाना सिकंदराबाद के गांव जीतगढ़ी में अवैध शराब के सेवन से शुक्रवार को पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि सात लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। इन सभी ने अपने गांव में ही बिक रही शराब खरीदी थी। अभी शराब बेचने वाला कोई भी पकड़ में नहीं आया है। पुलिस और प्रशासनिक टीम गांव पहुंच गई और परिवार से पूरी घटना की जानकारी लेने में जुट गई है। शराब को बेचने वाला अभी पकड़ से बाहर है। इस इलाके में बड़ी मात्रा में अवैध शराब की बिक्री होती है।