महोबा: महोबा शहर में दिनदहाड़े अपहरण की वारदात पुलिस की सजगता से नाकाम हो गई। प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी के चचेरे भाई बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राजकिशोर तिवारी का मुख्य चौराहे पर कुछ लोगों ने अपहरण करने का प्रयास किया। वन वे में तैनात ट्रैफिक पुलिस पिकेट के सिपाही की सजगता और साहस से अपहृत वकील को बीस मिनट में मुक्त करा लिया। पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार करके घटना में इस्तेमाल स्कार्पियो को कब्जे में लिया है। पुलिस चार अन्य की तलाश की जा रही है।
महोबा शहर के मोहल्ला मलकपुरा मोहल्ले में रहने वाले बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राजकिशोर तिवारी बुधवार को अपनी पत्नी कल्पना तिवारी को सरस्वती बालिका विद्या मंदिर छोड़कर घर की ओर आ रहे थे। तभी शारदा मंदिर के पास सफेद रंग की स्कार्पियो सवार करीब पांच लोगों ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। टक्कर लगने से बाइक लड़खड़ा कर गिर गई और कार सवार युवकों ने राजकिशोर तिवारी को गाड़ी में घसीट लिया।
जैसे ही स्कॉर्पियों आगे सुभाष चौकी के पास पहुंची तो घबराए राजकिशोर ने चीख पुकार शुरू कर दी। उनकी आवाज सुनकर बैरीकेडिंग में तैनात ट्रैफिक सिपाही ज्ञान सिंह ने अपहर्ताओं की कार का पीछा किया। आगे ई-रिक्शा और चार पहिया वाहन खड़ा कराकर रास्ता अवरुद्ध करा दिया और सामने खड़े होकर कार को रोक लिया। पुलिस को देखते ही अपहर्ताओं ने भागने का प्रयास किया, इस बीच एक अपहर्ता हत्थे चढ़ गया।
मुख्य सचिव के चचेरे भाई एडवोकेट राजकिशोर तिवारी ने बताया कि आशीष तिवारी, नंदकिशोर तिवारी और महेंद्र भी परिवारिक हैं, जिनसे भूमि विवाद चल रहा है। तीनों ने जबरन अपनी कार में खींचकर अपहरण के बाद रिवाल्वर तान दी थी। मारपीट करते हुए उनके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया था। सोने की जंजीर छीन लेने का भी आरोप लगाया है।कोतवाल शशि कुमार पांडेय ने बताया कि तहरीर के आधार पर अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपित शैलेंद्र को पकड़कर पूछताछ की जा रही है, जल्द ही अन्य फरार आरोपितों आशीष, नंदकिशोर, महेंद्र, राजकुमार को भी गिरफ्तार किया जाएगा। एसपी अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़ित पक्ष की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करके मामले की छानबीन हो रही है।