ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड में सजायाफ्ता पूर्व विधायक विजय सिंह कोर्ट में पेश

CRIME FARRUKHABAD NEWS POLICE

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) पूर्व मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या में सजायाफ्ता समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक विजय सिंह को पुलिस नें फतेहगढ़ कोर्ट में पेश किया| जिस समय वह पंहुचे तो उनके समर्थकों और मिलने वालों की भीड़ कोर्ट परिसर के बाहर एकत्रित हो गयी| जिसे पुलिस नें बमुश्किल काबू किया| तकरीबन आधा घंटे चली सुनवाई के बाद पुलिस उन्हें वापस ले गयी|
दरअसल पूर्व विधायक के खिलाफ बीते 26 जून 2014 को  जनपद मैनपुरी के बालाजी पुरम आश्रम रोड़ निवासी राहुल तोमर नें कोतवाली फतेहगढ़ में मुकदमा दर्ज कराया था| कोतवाली में दर्ज कराये गये मुकदमें में राहुल नें कहा था कि उसके पिता विजेंद्र सिंह तोमर कोतवाली फतेहगढ़ में चालक के पद पर तैंनात थे| वह शारीरिक व  मानसिक रूप से पूरी तरह स्वास्थ्य थे| इसके साथ ही वह पारिवारिक माहौल से पूरी तरह संतुष्ट थे| 26 जून को सुबह 7:30 बजे किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा सिबिल लाइन की मडैया में रह रहे उसके पिता विजेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी गयी| इसके साथ ही सोने की चैन, दो अंगूठी जो लूट लीं गयीं| घटना के सम्बन्ध में अज्ञात के खिलाफ 302 और 394 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया| विवेचना में विजय सिंह का नाम चर्चा में आया|  घटना के सम्बन्ध में कोतवाली पुलिस नें बीते 5 अप्रैल 2019 पूर्व विधायक के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने (306) के तहत आरोप पत्र दाखिल किया गया| मामले में पूर्व विधायक 27 मार्च 2019 को भी तलब हुए थे|
बुधवार को उन्हें बाँदा जिला जेल से 108 एम्बुलेंस से पुलिस के कड़े पहरे में दोपहर लगभग कोर्ट में पेश किया गया| कोतवाल फतेहगढ़ जेपी पाल, थानाध्यक्ष राजेपुर देवेन्द्र गंगवार आदि उन्हें सुरक्षा में लेकर पंहुचे| तकरीबन आधे घंटे तक सजायाफ्ता विजय सिंह कोर्ट में रहे| सिपाही की मौत के मामले में आरोपी विजय सिंह के अधिवक्ता जितेन्द्र सिंह चौहान कोर्ट को प्रार्थना पत्र दिया कि चार्जशीट देर में आयी| राजनैतिक कारणों से विजय सिंह को फंसाया गया| विजय सिंह के अधिवक्ता के कोर्ट से आरोप पत्र ख़ारिज करने की अपील की| कोर्ट नें मामले में अगली सुनबाई के लिए 1 जनवरी 2021 की तारीख निर्गत कर दी|
जिसके बाद विजय को कोर्ट के बाहर लाया गया| सपा जिलाध्यक्ष नदीम अहमद फारुखी, अहमद अंसारी, राघव मिश्रा आदि नें पूर्व विधायक से भेट की| इसके बाद उन्हें एम्बुलेंस से वापस बांदा जिला जेल भेज दिया गया| उनके भतीजे करन सिंह साथ रहे|
भीड़ रोंकने में फतेहगढ़ पुलिस रही नाकाम
कोविड-19 के साथ ही विजय सिंह की सुरक्षा को लेकर कोतवाली पुलिस बेफिक्र दिखी| जब पूर्व विधायक न्यायालय पंहुचे तो उन्हें सैकड़ों लोगों नें घेर लिया| जिससे कोविड के साथ ही सुरक्षा के सभी नियम टूटे नजर आये|