फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) गुरु गुरु और शिष्य परंपरा की कड़ी में एक और मुकाम जुड़ गया जब संयुक्त अरब अमीरात में शोध वैज्ञानिक डॉक्टर जुबेर अख्तर ने अपनी शिक्षिका का समारोह पूर्वक अभिनंदन किया। का कि विद्यालय में भयमुक्तसे देश और समाज उन्नति की राह पकड़ लेता है।
सोमवार को कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय में अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया| समारोह में संयुक्त अरब अमीरात से आए शोध वैज्ञानिक डॉक्टर जुबेर अख्तर ने राज्य पुरस्कार से नामित हुई विद्यालय की शिक्षिका मनोरमा कनौजिया का अभिनंदन किया। उन्होंने सहायक अध्यापिका को सम्मान पत्र देकर अपने मुकाम को ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा की सीख बताया। डॉक्टर जुवैर ने कहा कि विद्यालयों में भयमुक्त वातावरण में बच्चों को शिक्षा देने से बच्चे अपना सर्वश्रेष्ठ लक्ष्य प्राप्त कर लेते हैं| उनके साथ भी ऐसा ही हुआ है। बीते दिनों की याद को ताजा करते हुए उन्होंने तत्कालीन डीएम के निरीक्षण के दौरान घटित हुई घटना सुनाई।
बेसिक शिक्षा विभाग में कर्मठ और योग्य शिक्षकों की भरमार है। कार्यक्रम का संचालन कर रही बाल बेहतर नहीं पत्रिका की संपादक जमुरद बेगम शाद ने कहा कि उनका बेटा कम संसाधन होने के बावजूद कठिन मेहनत और अपने कार्य को ईमानदारी से कर लक्ष्य को पाने का सबक लेकर ही इस मुकाम तक पहुंचा है। कार्यक्रम में पूरे परिवार के साथ शिरकत करने आए डॉक्टर ने शिक्षिका को नमन कर गुरु शिष्य परंपरा का निर्वाह किया।
राज्य पुरस्कार के लिए नामित हुई शिक्षिका मनोरमा कनौजिया ने भी अपने पढ़ये हुए छात्र के उज्जवल भविष्य की कामना की। बताते चलें कि डॉक्टर जुबेर आवास विकास कॉलोनी के रहने वाले हैं उन्होंने वर्ष 1995 से विद्यालय में शिक्षा दीक्षा पाई। इस दौरान डॉ० जुबेर के पिता मोहम्मद शफीक सिद्धकी एडवोकेट, पत्नी हसनात सिद्धकी, बेटी युसरा जुबेर, खदीजा जुबेर, विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापिका रेशमा बानो, प्रीति भारद्वाज, नीलम, राजकुमारी, स्मृति चौहान, रामनिवास, शिवांशु कनौजिया आदि मौजूद रहे।