फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष नदीम अहमद फारुखी के खिलाफ दर्ज मुकदमें की जाँच के बाद सपाईयों नें पुलिस पर सपाईयों के उत्पीड़न का आरोप लगाया था| जिसके चलते सपा सुप्रीमो नें जाँच दल बनाकर जिले में भेजा| आलाधिकारियों से मिलनें के बाद उन्होंने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह लोग पुलिस तंत्र का कायदे से दुरपयोग करा रहें हैं|
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव नें मामले की हकीकत जाननें के लिए अपनी पार्टी के एमएलसी उदयवीर सिंह व अरविंद सिंह के साथ ही पूर्व सांसद मुन्नू बाबू व सपा नेता सचिन यादव के साथ ही व्लाक प्रमुख राजेपुर सुबोध यादव सहित पांच सदस्यों का एक जाँच दल नामित किया था|
शुक्रवार को जाँच दल पहले पुलिस अधीक्षक डॉ० अनिल कुमार मिश्रा से मिलने पंहुचा| लेकिन मुलाकात नही हो सकी| जाँच दल नें इसके बाद जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह से उनके आवास पर भेट की और अपना पक्ष रखने के साथ ही अनावश्यक रूप से धरपकड के नाम पर सपाईयों को परेशान ना करने और सपा जिलाध्यक्ष नदीम अहमद फारुखी पर लगी फर्जी धाराओं को हटाने की मांग की|
डीएम से भेट के बाद जाँच दल आवास-विकास पार्टी के जिला कार्यालय पंहुचा| एमएलसी उदयवीर सिंह नें आरोप लगाया कि पूरे प्रदेश में फर्जी मुकदमें दर्ज किये जा रहें है| पुलिस तंत्र का पूरी तरह से भाजपा दुरूपयोग कर रही है| लोगों के साथ पुलिस का व्यवहार अमानवीय है| राजनेताओं और खबर दिखाने वाले लोगों पर फर्जी मुकदमें दर्ज कर लोकतन्त्र की आवाज को दबानें का काम सरकार कर रही है| जबकि कानून-व्यवस्था का यह हाल है कि महोबा के एसएसपी नें रंगदारी ना देनें पर हत्या तक करा दी|
एमएलसी अरविन्द सिंह नें कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ता पुलिस के साथ आये दिन मारपीट कर रहें है| सूबे की पुलिस व्यवस्था पंगु हो गयी है| उन्होनेव कहा कि सपा जिलाध्यक्ष नदीम अहमद फारुखी पर भी कई फर्जी धारायें लगा दी गयीं| जो हटनी चाहिए| जिला प्रशासन नें उन्हें निष्पक्ष जाँच का भरोसा दिया है| पूर्व सांसद मुन्नू बाबू नें कहा कि नेता लोग कभी-कभी भीड़ देखकर अपना होश खो देते है| लेकिन गलती से यदि कोई बार मुंह से निकल जाये तो इसका यह मतलब यह नही की उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे अपराधी बना दिया जाये|
पूर्व जिलाध्यक्ष चन्द्रपाल सिंह यादव, पूर्व जिला महासचिव मंदीप यादव, पूर्व महानगर अध्यक्ष व जिला पंचायत सदस्य विजय यादव, सयुस के पूर्व जिलाध्यक्ष जितेन्द्र यादव,पूर्व राष्ट्रीय सचिव सयुस विवेक यादव, युनूस अंसारी, रजत क्रांतिकारी, शशांक सक्सेना, बंटी यादव, राघव दत्त मिश्रा, इलियास मंसूरी आदि रहे|