लखनऊ: माफिया तथा गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के अवैध निर्माण तथा संपत्ति पर सरकार की नजर टेढ़ी हो गई है। वाराणसी, मऊ व गाजीपुर के बाद अब लखनऊ में बहुजन समाज पार्टी के विधायक मुख्तार अंसारी की अवैध इमारतें सरकार के निशाने पर हैं।
पूर्वांचल की मऊ सदर विधानसभा सीट से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने बड़ी कार्रवाई की। लखनऊ के डालीबाग इलाके में बने मुख्तार अंसारी के अवैध कब्जे को जमींदोज कर दिया गया। अब प्रशासन बिल्डिंग के तोड़ने का खर्चा, अब तक का किराया भी वसूलेगी। इस निर्माण के लिए जिम्मेदार रहे तत्कालीन अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। एलडीए, प्रशासन और पुलिस टीम ने गुरुवार तड़के डालीबाग कॉलोनी में मुख्तार अंसारी के अवैध कब्जे वाली दो इमारतों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया। ये इमारते उनके बेटों के नाम दर्ज है। एलडीए ने 11 अगस्त को इमारत ढहाने का आदेश दिया था।
प्रदेश में माफियाओं की बेनामी संपत्तियों की जांच में जुटे अफसरों ने मुख्तार अंसारी के परिवारजनों को रडार पर लिया है। अब हजरतगंज व उससे जुड़े इलाकों की 19 संपत्तियों में अब मुख्तार को खंगाला जा रहा है। इसमें बारह संपत्तियां हजरतगंज-रामतीर्थ वार्ड और नौ संपत्तियां राजा राममोहन राय वार्ड में हैं।
लखनऊ में आज डालीबाग में मुख्तार अंसारी के दो अवैध टावर को जमींदोज कर दिया गया। मुख्तार के दोनों पुत्रों ने इस कार्रवाई का काफी विरोध किया, लेकिन लखनऊ विकास प्राधिकरण की टीम ने निर्माण को गिरा दिया। इतना ही नहीं, इस निर्माण को गिराने में जितना भी खर्च आया है, उसकी भी वसूली मुख्तार अंसारी से होगी।
प्रदेश में गैंग बनाकर अपराध की बड़ी वारदातों को अंजाम देने वाले विधायक मुख्तार अंसारी पंजाब की जेल में बंद हैं। लखनऊ विकास प्राधिकरण की टीम ने गुरुवार को डालीबाग क्षेत्र में सरकारी जमीन पर बने मुख्तार अंसारी के चार-चार मंजिला दो टावर को जमींदोज कर दिया। बताया जा रहा है कि मुख्तार की शह पर उनके बेटों ने सरकारी जमीन पर टावरों को खड़ा कर दिया था। एलडीए संयुक्त सचिव ऋतु सुहास ने 11 अगस्त को ध्वस्तीकरण का आदेशी जारी किया था। इन लोगों ने शत्रु संपत्ति पर कब्जा करने के बाद बहुमंजिला इमारत बना ली थी। आज एलडीए तथा पुलिस प्रशासन के साथ करीब 250 पुलिसकर्मियों की टीम ने 20 जेसीबी के साथ इमारत को गिरा दिया। इस दौरान मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास व उमर अंसारी की मौके पर पुलिस तथा एलडीए की टीम से झड़प भी हुई।
एलडीए की टीम गुरुवार को पुलिस और प्रशासन की टीम के साथ डालीबाग में अवैध कब्जे को हटाने पहुंची थी। टीम ने गेट का ताला तोड़कर और वहां बने निर्माण से सामान निकाल कर कार्रवाई की। एलडीए ने सुबह सवेरे बुलडोजर चलवाकर माफिया की इमारत को ध्वस्त किया। मालूम हो कि दोनों पर शत्रु संपत्ति पर कब्जा कर दो मंजिला इमारत बना ली थी|
शत्रु संपत्ति पर किसी भी तरह का निर्माण नहीं कराया जा सकता, लेकिन बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी ने अपनी ताकत का इस्तेमाल करते हुए न सिर्फ इस पर कब्ज़ा किया बल्कि पहले अपनी मां और फिर अपने दोनों बेटों के नाम जमीन ट्रांसफर करा ली। यह दोनों बिल्डिंग पहले मुख्तार की मां के नाम थीं, गलत तरीके से रजिस्ट्री कराई गई थी। मूलतः निष्क्रांत संपत्ति यानी 1956 से पहले पाकिस्तान गए लोगों की है। बार-बार चेतावनी के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने पर इसे तोड़ा गया।
पहले यह निर्माण राबिया अंसारी के नाम था। बाद में यह मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी और उमर अंसारी के नाम हुआ। एलडीए की संयुक्त सचिव ऋतु सुहास ने बताया कि नगर विकास अधिनियम की धारा 27 के तहत कार्रवाई की गई है।पहले यह निर्माण राबिया अंसारी के नाम था। बाद में यह मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी और उमर अंसारी के नाम हुआ। एलडीए की संयुक्त सचिव ऋतु सुहास ने बताया कि नगर विकास अधिनियम की धारा 27 के तहत कार्रवाई की गई है।
इससे पहले भी लखनऊ में मुख्तार अंसारी के खिलाफ अभियान के क्रम में जुलाई में एलडीए ने लालबाग में बाहबुली मुख्तार अंसारी से जुड़े एक अवैध निर्माण का बेसमेंट को सील किया था। कागजों में यह इमारत रईस अहमद के नाम से दर्ज है। सूत्रों ने बताया कि बिल्डिंग के पीछे मुख्तार अंसारी का नाम था।