पहले सम्मान का हार, अब पुलिस को पहना दी आरोपों की माला

CRIME FARRUKHABAD NEWS POLICE

फर्रुखाबाद:(नगर प्रतिनिधि) कोरोना काल में जिला प्रशासन के आदेश पर जिन जगहों पर कोरोना के संक्रमित मरीज मिल रहे है| उन जगहों पर कंटेनमेंट जोन बनाये गये है| जहाँ किसी भी प्रकार की आवाजाही पर पूरी तरह से रोंक है| इसके साथ ही उस जगह की दुकानें भी नही खोली जा सकती| लेकिन इसके बाद भी कंटेनमेंट जोन में दुकान खोले एक व्यापारी को पुलिस नें पकड़ लिया और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया तो व्यापार मंडल उसकी मदद में आगे आ गया| जिस पुलिस को अभी दो दिन पूर्व माला पहनाकर सम्मानित किया था उसी पुलिस पर व्यापारियों ने आरोपों की झड़ी लगा दी|
दरअसल कमालगंज निवासी जरदोजी व्यापारी चाँद खां की शहर कोतवाली क्षेत्र के बूरावाली गली के नुक्कड़ पर दुकान है| बूरावाली गली कंटेनमेंट जोन में है| जिससे उसका सभी बाजार बंद था| बीते दिन चाँद खां अपनी दुकान खोले मिल गये| तो घुमना चौकी इंचार्ज शिवशंकर तिवारी नें व्यापारी को हिरासत में ले लिया और कोतवाली ले आये| कुछ देर बाद व्यापार मंडल के फोन बजने शुरू हुए और दुकानदार को छोड़ने का दबाब बनाया गया|
पुलिस नें दुकानदार चाँद खां के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे छोड़ दिया| यह बात व्यापार मंडल के गले नही उतरी| जिससे खफा व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष संजीब मिश्रा बॉबी, नगर अध्यक्ष इकलाख खां आदि आधा सैकड़ा व्यापारी कोतवाली के निकट एकत्रित हुए और धरना प्रदर्शन की तैयारी शुरू कर दी| जानकारी जब प्रभारी निरीक्षक वेद प्रकाश पाण्डेय को हुई तो उन्होंने पांच व्यापारियों को वार्ता के लिए भीतर बुलाया| नगर अध्यक्ष इकलाख खां नें व्यापारी पर मुकदमा गलत बताया और कहा उसकी दुकान कंटेनमेंट जोन में नही है| व्यापारी पर गलत मुकदमा दर्ज किया गया| उसे वापस लिया जाये| यदि मुकदमा वापस नही लिया गया तो बाजार बंद कराया जायेगा|
इसके साथ ही चौकी इंचार्ज शिवशंकर तिवारी पर आरोप लगाया कि वह दुकानें खुली होनें पर उनकी फोटो खीच कर व्यापारी को पकड़ लेते है और 5 से 10 हजार रूपये लेकर छोड़ते है| व्यापारियों से प्रभारी निरीक्षक ने मामले की ठीक से जाँच करने का भरोसा दिया| जिसके बाद व्यापारी चले गये |
घुमना चौकी इंचार्ज शिवशंकर तिवारी नें जेएनआई को बताया कि व्यापारी की दुकान कंटेनमेंट जोन में है| अधिकारीयों के आदेश का पालन करते हुए मुकदमा दर्ज किया गया| आरोप इस लिए लगाये जा रहे है कि पुलिस नें कार्यवाही कर दी| पुलिस तब तक ठीक है जब तक वह गलत को गलत ना कहे|