विकास दुबे की मुठभेड़ को लेकर उठ रहे क्या सवाल

FARRUKHABAD NEWS POLICE

कानपुर:(जेएनआई) पांच लाख के इनामी दुर्दांत विकास दुबे काे शुक्रवार की सुबह उज्जैन से लाते समय भले ही रास्ते में दुर्घटना के बाद भागते समय मार गिराया हो, लेकिन पुलिस के एनकाउंटर को लेकर सवाल उठने लगे हैं। हादसे में नवाबगंज एसओ और दो सिपाहियों घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एडीजी, आईजी और एसएसपी ने घटनास्थल पर पहुंचकर मुआयना किया और मीडिया को सभी सवालों के जवाब प्रेस वार्ता में देने की बात कही है।
पुलिस का कहना है कि मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले से रिमांड पर लाते समय हाईवे पर भौंती के पास अचानक पुलिस का वाहन पलट गया और पुलिस कर्मी की पिस्टल छीनकर विकास ने भागने का प्रयास किया, जिसमें वह पुलिस की गोली से मारा गया। बताया गया कि गाड़ी पर सवार नवाबगंज एसओ रमाकांत पचौरी सिपाही पंकज सिंह्र अनूप कुमार, प्रदीप घायल हुए हैं। गाड़ी पलटने से जख्मी विकास ने अस्पताल ले जाते समय एसओ की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की थी। घटना के बाद एडीजी जय नारायण सिंह और एसएसपी दिनेश कुमार पी एनकाउंटर वाली जगह पहुंचे और मौका मुआयना किया है, वहीं मौके पर मौजूद मीडिया कर्मियों ने एनकाउंटर पर सवाल उठाने शुरू किए तो उन्होंने प्रेस वार्ता में जवाब देने की बात कही है।
एनकाउंटर पर उठ रहे ये सवाल
कानपुर देहात की रायपुर सीमा से कानपुर नगर में प्रवेश करते समय पीछे फोर्स व बैरियर लगाकर सभी वाहनों को कुछ देर के लिए रोक दिया गया, जिससे साथ चल रहे कुछ मीडिया कर्मियों की पुलिस से बहस भी हुई।
भौंती के पास जिस जगह पर एसटीएफ की गाड़ी पलटी, उस जगह बारिश में फिसलने की बात कही जा रही है, जबकि वहां न तो घुमाव वाला मोड़ है और न ही सड़क पर कोई गड्डा है।
वांछित अपराधी विकास दुबे को दुर्घटनाग्रस्त वाहन से घायल अवस्था में निकालने के बाद हथकड़ी नहीं लगी थी।
मुठभेड़ में गोली लगने से घायल बता विकास दुबे को अस्पताल भेजने के कई घंटे बाद हादसे के घायल पुलिस कर्मियों को अस्पताल लाया गया।
मुठभेड़ के बाद जिस खेत में विकास दुबे द्वारा छीनी गई पिस्टल पड़ी मिली, उस खेत में बारिश की वजह से मिट्टी नम होने से ठीक से चल पाने की स्थिति नहीं थी।
बताया जा रहा दोनों पैरों में स्टील रॉड पड़ी हाेने से विकास दुबे लगड़ाकर चलता था, ऐसे उसका तेजी से भागना गले नहीं उतर रहा है।
विकास के कमर में भी लगी गोली
मुठभेड़ में विकास दुबे को दो गोलियां लगीं, जिसमें एक सीने पर और दूसरी कमर में लगी। हैलट के डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है। शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। हैलट अस्पताल के इमरजेंसी मेडिकल ऑफीसर डॉ. विनय कुमार के मुताबिक विकास की पहले ही मौत हो चुकी थी। उसे ब्राड डेड लाया गया था।
पनकी क्षेत्र में ही हुआ था प्रभात मिश्रा का एनकाउंटर
विकास दुबे के गिरोह में नाम आए प्रभात मिश्रा को बुधवार को फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने पकड़ा था। उसे पुलिस कानपुर लेकर आ रही थी। पनकी क्षेत्र में पुलिस के वाहन के पंचर होने पर प्रभात मिश्रा ने भी असलहा छीनकर भागने का प्रयास किया था, जिसमें उनका एनकाउंटर हो गया।