नहीं चलेगा इन्टरनेट न होने का बहाना- ग्राम पंचायत के सभी सरकारी संस्थानों में अब हाई स्पीड इन्टरनेट

FARRUKHABAD NEWS

डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने के लिए भारत सरकार ने अब एक और कदम बढ़ा दिया है| अब ग्राम पंचायत के हर सरकारी संस्थान में भारतनेट का हाई स्पीड डाटा उपलब्ध कराने के लिए फाइबर के माध्यम से कनेक्शन किया जा रहा है| अब डाटा नहीं होने का बहाना नहीं बना सकेंगे कोई संस्थान| भारत सरकार ने ये काम सीएससी ई गवर्नेंस को सौपा है| जून महीने में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर जहाँ फाइबर उपलब्ध है वहां के हर ब्लाक के कम से कम 5 गाँव को संतृप्त कर दिया जायेगा उसके बाद बृहद रूप से 15 अगस्त तक सभी गाँव में कनेक्शन उपलब्ध हो जायेंगे| ये सेवाएं भारत सरकार और सीएससी के माध्यम से एक साल के लिए बिलकुल मुफ्त होगी|

भारत सरकार की ओर से भारत नेट प्रोजेक्ट के तहत उत्तर प्रदेश की पंचायतों को ऑप्टीकल फाइबर द्वारा नेटवर्क क्नेक्टिविटी के साथ सीएससी ई गवर्नेंस द्वारा जोड़ दिया गया है। यह जानकारी देते हुए सीएससी जिला प्रबधक अनुदित बाजपेयी ने बताया कि  इस योजना के पहले पड़ाव के तहत पूरे राज्य के कुछ सरकारी स्कूलों समेत सरकारी विभागों में सरकार द्वारा एक जून से इंटरनेट सेवाएं बिल्कुल मुफ्त दी जा रही हैं।

किस किस को मिलेगा कनेक्शन-

इस योजना में प्रत्येक गांव में स्थित पांच सरकारी विभागों को बिल्कुल मुफ्त इंटरनेट सेवा मुहैया करवाई जा रही है। इसमें सरकारी संस्थानों के साथ ही आम जनता भी कनेक्शन ले सकती है| इसमें ग्राम पंचायत, सीएससी सेंटर, सरकारी स्कूल, आंगनबाड़ी सेंटर, डिस्पेंसरी, पुलिस स्टेशन समेत अन्य सरकारी विभागों को यह कनेक्शन देने का काम शुरू हो चुका है। श्री बाजपेयी ने बताया कि फर्रुखाबाद जनपद के कायमगंज, शमसाबाद और मोहम्दाबाद ब्लाक में चैंपियन वीएलई पंकज दीक्षित और कमालगंज व् नवाबगंज में देवांश को ये जिम्मेदारी सौपी गयी है| इन गांवों में रहते आम नागरिक भी यह भारत नेट के फाइबर टू होम कनेक्शन ले सकते हैं। इन कनेक्शनों को लेने के लिए गांव के ही कॉमन सर्विस सेंटरों या चैंपियन vle से सम्पर्क किया जा सकता है|

क्या है CSC-ISP

ज्ञात हो कि भारतनेट सेवा दुनिया की सबसे बड़ी फाइबर तो होम सेवा है और इसके तहत हर ग्राम पंचायत तक फाइबर डालने और ग्रामीण अंचलो में सञ्चालन का काम बीएसएनएल को दिया गया था| अपने लक्ष्य में फेल हो जाने पर अब इसकी देखरेख और सञ्चालन का काम सीएससी को सौप दिया गया है| भारत में बीएसएनएल, एयरटेल और जिओ के बाद सीएससी आईएसपी तेजी से उभरती हुई कंपनी है जो मिनिस्ट्री ऑफ़ टेलीकम्यूनिकेशन के सीधे निर्देशन में चल रही है| कंपनी ने अगले दो माह में 2.5 लाख फाइबर तो होम ब्रॉडबैंड कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा है| सीएससी का पूरे भारत में एक विशाल नेटवर्क है और लगभग हर गाँव में पहुच है|