इटावा: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के उत्तर प्रदेश में मजबूत करने के प्रयास में जिला तथा शहर के कार्यकर्ता व नेता ही पलीता लगा रहे हैं। ताजा मामला इटावा का है, जहां पर पार्टी की बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं में भिड़ंत हो गई और बीच-बचाव करने आए जिलाध्यक्ष के कपड़े तक फट गए। इसके बाद भी कार्यकर्ता नहीं माने।
कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं का नेताओं के प्रति अंदर दबा गुस्सा अब बाहर आने लगा है, इसकी बानगी इटावा पार्टी कार्यालय में बुधवार को देखने को मिली। नगर पालिका स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय में महारसोई को लेकर कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए और जमकर जूता लात चल गए। बीच बचाव में कांग्रेस जिलाध्यक्ष सहित अन्य नेताओं के कुर्ते भी फट गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराया।
इटावा कांग्रेस पार्टी कार्यालय में बुधवार को महारसोई का संचालन किया जा रहा था, यहां पर सभी पदाधिकारी मौजूद थे। इसी बीच शहर अध्यक्ष पल्लव दुबे और पूर्व युवा अध्यक्ष अरुण यादव के बीच किसी बात पर बहस हो गई। उनकी बहस सुनकर दोनों तरफ के समर्थक भी आ गए और आपस में भिड़ गए। विवाद इतना बढ़ा कि दोनों तरफ से समर्थक आपास में हाथापाई और जूता-लात चलाने लगे। हंगामा देखकर बीच बचाव में आए कांग्रेस जिलाध्यक्ष मलखान सिंह यादव का कुर्ता फट गया। देखते ही देखते हंगामे की स्थिति बन गई।
शहर अध्यक्ष पल्लव दुबे ने अरुण यादव को गुंडा बताया और जान से मारने की नियत से हमला करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मोबाइल व दो हजार रुपये भी छीन लिए। उन्होंने पुलिस से सुरक्षा की मांग की। वहीं पूर्व युवा अध्यक्ष अरुण यादव का कहना है कि शहर अध्यक्ष ने जान से मारने की नियत से उनपर हमला किया, दो दिन पूर्व भी धमकी दी थी। उन्होंने पुलिस से सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने कहा कि पार्टी में गुटबाजी होती है जिसे फोरम पर निपटाया जाता है।
यह भी विवाद का कारण
पार्टी सूत्रों के अुनसार कांग्रेस हाईकमान द्वारा युवा जिलाध्यक्ष जितेंद्र यादव को चार दिन पूर्व पद से हटा दिया गया था। इसपर जितेंद्र यादव ने शहर अध्यक्ष पल्लव दुबे पर टिप्पणी की थी। पल्लव दुबे को शक है कि अरुण यादव ने उनके खिलाफ साजिश की है। इसको लेकर दोनों पक्षों में तनातनी चल रही थी। बुधवार को दोनों के समर्थक सामने आ गए।