फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) देश के प्रधानमंत्री मोदी और सूबे के सीएम योगी राष्ट्र हित में लोगों से लॉक डाउन का पालन करने के लिए हाथ जोड़कर निवेदन कर रहे है| पूरा जिला प्रशासन और पुलिस दिन-रात एक कर के लोगों को कानून का पालन कराने का प्रयास कर रही है| यहाँ लिंजीगंज बाजार में पुलिस ने भीड़ ना जाये इसके लिए मुख्य गेट बंद करा दिया| जिस पर कुछ व्यापारी माहौल खराब करने में लग गये और भीड़ के साथ घूम-घूम कर पुलिस, मीडिया और जिला प्रशासन तक को भला-बुरा कह डाला| यह सब केबल अपना दबाब बनाने और खुलकर व्यापार करने के लिए किया गया| लेकिन कानून से बड़ा कुछ भी नही| इसी में सभी का भला है|
जिले में यदि कोई व्यवस्था बनायी गयी है तो उसमे जनता का भला है| यदि जान है तो ही जहान है| लेकिन यहाँ सब उल्टा है|जब लॉक डाउन हुआ उसी दिन कुछ दुकानें चिन्हित की गयी जिन्हें जिला प्रशासन ने अनुमति दी की वह दुकानदारों से सामान की सूची लेकर उसे भरकर किसी वाहन से खुद ही भेजेंगे| जिससे भीड़ नही होगी और लोग कम से कम फर्रुखाबाद में कोरोना के कलंक से बच सकेंगे|
कोरोना की कोई दवा फ़िलहाल नही है यदि है तो केबल सोशल डिस्टेंसिंग जिसका हर कीमत पर पालन करना ही होगा| यदि इसमे लापरवाही हुई तो परिणाम भयानक भी हो सकते है| सरकार और शासन के प्रयास विफल होंगे| तो जनता की जान जोखिम में पड़ सकती है| राशन की बिक्री के लिए लिए जो व्यवस्था की गयी उसमे भीड़ लगाने का कोई विकल्प नही है| उसके बाद भी कुछ ढील दे दी जा रही थी कि दुकानदार जाकर खुद सामान लेकर आ जाये| लेकिन उस ढील की आड़ में लिंजीगंज बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग की प्रतिदिन ही लगभग कमर टूटती दिख रही है| पुलिस ने रविवार को लिंजीगंज बाजार का मुख्य दरवाजा बंद करा दिया| केबल थोक व्यापारियों को ही भी जाने की इजाजत दी गयी| डियूटी पर पुलिस नें मुस्तैदी का पूरा परिचय दिया| लिंजीगंज के कुछ व्यापारियों ने पुलिस का सहयोग किया तो कुछ ने मन का गुस्सा मुंह ने निकाल कर पुलिस, मीडिया और जिला प्रशासन को हीकोस डाला| अब इसमे गलती किसकी| पूरे बाजार में घूम-घूम कर नेता गिरी चमकाने का प्रयास किया गया| और खुले आम सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गयीं और शासन की कोरोना से बचाव की व्यवस्था को चुनौती दी गयी|
बीते दिनों खुद नगर मजिस्ट्रेट अशोक कुमार मौर्य, सीओ सिटी मन्नी लाल गौड़, सदर विद्यायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी की मौजूदगी में पंचायत हुई थी कि केबल अनुमति वाली दुकान ही खुलेंगी| इसके बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नही किया गया| बल्कि बाजार के कुछ लोग अपनी ढपली-अपना राग चलाने का प्रयास कर रहे है| इस महामारी के दौर में सभी को पुलिस और जिला प्रशासन का सहयोग करने की जररूत है| जिससे हम सुरक्षित रह सकें|