लखनऊ: उत्तर प्रदेश में गेहूं के साथ योगी सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर चना, सरसों और मसूर की खरीद भी शुरू कर दी है। बुंदेलखंड समेत कई स्थानों पर क्रय केंद्र स्थापित हो चुके हैं, लेकिन अभी आवक बहुत कम है। गेहूं क्रय केंद्रों पर भी अभी अपेक्षाकृत कम भीड़ है। शुक्रवार रात आठ बजे तक उत्तर प्रदेश में स्थापित 5150 क्रय केंद्रों पर मात्र 12,086 मीट्रिक टन गेहूं ही खरीदा जा सका है।
उत्तर प्रदेश सरकार में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि चना, मसूर व सरसों उत्पादक किसानों को लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए इस बार सरकारी खरीद इन फसलों के उत्पादन वाले जिलों खासकर बुंदेलखंड, आगरा, अलीगढ़ व मथुरा में शुरू की गई है। खेतों में कटाई व मड़ाई जारी रहने से बाजार में आवक कम है। उन्होंने कहा कि खुले बाजार में भी गेहूं व अन्य फसलों के अच्छे दाम मिल रहे हैं। उम्मीद है कि एक सप्ताह बाद क्रय केंद्रों पर गेहूं, चना व सरसों आदि की आवक बढ़ेगी।
गेहूं बेचने के लिए शुक्रवार रात आठ बजे तक 1,35,651 किसानों ने पंजीकरण कराया, जिसमें से 1,20,552 किसानों के कागजात का मिलान हो चुका है। प्रदेश में अभी तीन सौ से अधिक क्रय केंद्र स्थापित करने का काम शेष है। जिन क्रय केंद्रों पर जरूरी सामान उपलब्ध नहीं हो सका है, वहां जल्द से जल्द सामग्री मंगाने के निर्देश दिए गए है।