लखनऊ: यूपी में कोरोना के दो मरीजों की मौत होने और पॉजिटिव पाए गए मरीजों की संख्या 117 होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। देश में कोरोना वायरस के मरीजों का सैकड़ा पूरा होने के बाद सिर्फ 12 दिनों में ही संख्या बढ़कर एक हजार हो गई थी। ऐसे में देश के सर्वाधिक जनसंख्या वाले उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकना बड़ी चुनौती है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अगले 14 दिनों के लिए विशेष गाइडलाइन जारी की है, ताकि इस चुनौती से निपटा जा सके।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि एक मार्च के बाद यूपी आने वाले सभी विदेशी यात्रियों के होम क्वारंटाइन का कड़ाई से पालन कराया जाए। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक एप भी डवलप किया है। ऐसे लोग मोबाइल एप पर अपनी रिपोर्ट प्रतिदिन अपलोड करेंगे। ऐसे व्यक्ति जिनके पास स्मार्ट मोबाइल फोन नहीं है वह राज्य नियंत्रण कक्ष के टोल फ्री नंबर 1800-180-5145 पर संपर्क करेंगे।नोएडा और मेरठ जहां सर्वाधिक मरीज सामने आ रहे हैं, वहां क्लस्टर बनाकर मरीजों की गहन निगरानी की जाएगी। ग्राम प्रधानों, पार्षदों और एनजीओ की मदद से विदेश और अन्य राज्यों से आने वालों पर विशेष नजर रखी जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज विभाग और नगर क्षेत्र में नगर विकास विभाग ऐसे लोगों को सूची तैयार करेगा। जिलों में बने आश्रय गृह में रह रहे लोगों की स्क्रीनिंग करने और उन्हें 14 दिनों के बाद ही घर भेजने के भी निर्देश दिए गए हैं।
इसी तरह सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जागरूकता बढ़ाने, बार बार हाथ धोने के लिए संस्थाओं द्वारा गरीबों को साबुन उपलब्ध कराने, संदिग्ध मरीजों के जांच नमूने प्राथमिकता के आधार पर भेजने और आइसोलेशन व क्वारंटाइन बेड को पूरी तरह क्रियाशील रखने के साथ स्वास्थ्य विभाग में पति-पत्नी दोनों के कार्यरत होने पर किसी एक की ही ड्यूटी कोविड-19 अस्पताल में लगाने के निर्देश दिए गए हैं।